PM की रैली में हादसा, टूटा टेन्ट कई जख्मी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मिदनापुर: किसान कल्याण रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के दौरान ही एक हादसा पेश आया। दरअसल, हादसा पंडाल का एक हिस्सा गिरने से हुआ। जिसमें कम से कम 20 लोग घायल हो गए जिन्हें बाद में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि भाषण के दौरान पीएम ने कई लोगों को पंडाल पर चढ़ने के लिए डांटा और नीचे उतरने को कहा था। प्रधानमंत्री यहां हाल ही में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने के केंद्र के फैसले के बारे में लोगों को जानकारी देने पहुंचे थे। उनकी यह रैली मिदनापुर कॉलेज ग्राउंड में हुई।
रैली स्थल के मुख्य प्रवेश के निकट यह पांडाल खड़ा किया था ताकि बारिश से बचने के लिए लोग इसकी शरण ले सकें। अधिकारियों ने बताया कि रैली के दौरान अनेक उत्साही भाजपा समर्थक तंबू के अंदर जमा होते दिखे। प्रधानमंत्री उनसे ध्यान रखने के लिए कहते सुने जा सकते थे। अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री जब भाषण दे रहे थे उसी दौरान उन्होंने तंबू को ढहते देखा। उन्होंने अपने पास खड़े एसपीजी कर्मियों को तत्काल लोगों की देखभाल और घायलों की मदद करने को कहा।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिदनापुर के जिला अस्पताल में उन समर्थकों से मिलने पहुंचे, जो पीएम की किसान रैली में पंडाल गिरने से घायल हो गए। पंडाल गिरते ही रैली में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और इलाज शुरू किया गया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना जाहिर की है। ममता ने ट्वीट किया, 'हम मिदनापुर की रैली में सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। राज्य सरकार उन्हें हर तरह की चिकित्सा सेवा मुहैया कराएगी।'
रैली में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि रैली स्थल पर चिकित्सा के पुख्ता बंदोबस्त नहीं थे। प्रधानमंत्री के काफिले में तैनात एम्बुलेंस से ही घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
'दीदी यह दम देखिए'
पंडाल गिरते ही पीएम मोदी ने तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश देते हुए कहा, 'लोग इतने बड़े हादसे के बाद भी शांति से अनुशासन से खड़े हैं। इतना अनुशासन कहीं नहीं देखा। पंडाल टूट गया लेकिन हटने के लिए कोई तैयार नहीं है। दीदी यह दम देख लीजिए। प्राकृतिक आपदा भी इन्हें हिला नहीं पाई। मैं यहां की जनता को नमन करता हूं।'
ममता के राज में प,बंगाल बेहाल-मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने किसान रैली में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही वामपंथी दलों पर भी निशाना। मिदनापुर में एक किसान रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज बंगाल की हालात उससे भी बदतर होती जा रही है।
मोदी ने कहा- मैं ममता दीदी का बहुत आभारी हूं। आज मेरे स्वागत में उन्होंने हजारों झंडे और पोस्टर्स लगाए। मैं इसलिए भी उनका आभारी हूं, क्योंकि उन्होंने हाथ जोड़कर मेरा स्वागत किया। मोदी के दौरे से ठीक पहले मेदिनीपुर शहर में तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के कई पोस्टर्स लगवाए। भाजपा का आरोप है कि ये पोस्टर्स, झंडे और बैनर इसलिए लगवाए गए जिससे भाजपा को ऐसा करने के लिए कोई जगह न मिल सके। तृणमूल ने आज यहां सभाएं भी रखीं, ताकि कम से कम लोग मोदी की रैली में पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती केंद्र सरकारों और राज्य सरकारों पर कृषि उत्पादों के समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने के लिए कोई ठोस फैसला न लेने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा, एमएसपी बढ़ाने की मांग हर सरकार के सामने रखी गई। कई आयोग और समितियों का गठन हुआ, लेकिन हर बार फैसले टाले गए। फाइलों का अंबार लगता गया। प्रधानमंत्री ने कहा, किसान मांग करते रहे और इसके लिए उनका प्रदर्शन चलता रहा, लेकिन न तो राज्य सरकारों और न ही दिल्ली की सत्ता में बैठे लोगों ने किसानों की बातें सुनीं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने पर हमने लागत को डेढ़ गुना एमएसपी प्रदान करने का फैसला किया।
मोदी ने कहा, फसलों के एमएसपी में वृद्धि होने से पश्चिम बंगाल के भी किसान सशक्त होंगे। केंद्र सरकार ने हाल ही में फसल वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) के लिए अधिसूचित खरीफ फसलों के एमएसपी में लागत के मुकाबले 50 फीसदी वृद्धि की घोषणा की है। मोदी की किसान कल्याण रैली में भारी तादाद में लोग पहुंचे थे। उन्होंने रैली में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में किसानों का योगदान अमूल्य है।
मोदी ने कहा, मेरी सरकार आपकी सरकार है और यह किसान हितैषी सरकार है। केंद्र सरकार लगातार नीतिगत सुधार लाती रही है, जिसका मकसद लोगों के जीवन-निर्वाह को सुगम बनाना और किसानों की जरूरतों का ध्यान रखना व समाज में हासिए पर रहने वालों को योजनाओं का समुचित लाभ पहुंचाना है।