प्रियंका संभाल सकती हैं UP कांग्रेस की कमान
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रियंका गांधी को जल्द ही कांग्रेस के लिए प्रचार की कमान सौंपी जा सकती है, जबकि वरिष्ठ नेता और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित पार्टी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार बनाई जा सकती हैं।
हालांकि, इन संकेतों के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के कुछ नेताओं का कहना है कि इस बाबत प्रियंका की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। शीला ने पत्रकारों से अलग से बातचीत में इस बात पर बल दिया कि उत्तर प्रदेश की बहू होने के नाते वह इस अहम राज्य में कोई भी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
उत्तर प्रदेश मामलों के प्रभारी और कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद पहले ही कह चुके हैं कि वह चाहते हैं कि प्रियंका पूरे राज्य में चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने इस बात की भी संभावना जताई थी कि कांग्रेस मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में प्रियंका को पार्टी की प्रचार प्रमुख और शीला को मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलों पर आज कांग्रेस के संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आजाद ने उत्तर प्रदेश पर सोनिया गांधी को कार्रवाई का खाका सौंपा है और पार्टी जब भी कोई फैसला करेगी तो इसका ऐलान कर दिया जाएगा।
सुरजेवाला ने कहा कि अब तक प्रियंका अमेठी और रायबरेली लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करती रही हैं और पूरे राज्य में पार्टी के लिए प्रचार कर समर्थन जुटाने के बाबत उन्हें ही फैसला करना है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर अटकलें नहीं लगाएंगे। उन्होंने कहा, ‘प्रियंका गांधी की भूमिका के बाबत जब भी कोई फैसला किया जाएगा, हम मीडिया से इसे साझा करेंगे।’
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रियंका उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव प्रचार में और सक्रिय तरीके से हिस्सा लेंगी, इस पर 78 साल की शीला ने कहा कि वह काफी फायदेमंद साबित होंगी और उनका स्वागत होगा। शीला ने कहा, ‘मैं आपको नहीं बता सकती कि क्या होगा। मेरे लिए चीजों के बारे में अंदाजा लगाना बहुत अच्छा नहीं रहेगा। यदि वह शामिल होती हैं तो उनका बहुत स्वागत होगा क्योंकि वह उत्तर प्रदेश से परिचित हैं।’ सुरजेवाला ने शीला की तारीफ करते हुए उन्हें बेहद वरिष्ठ और अनुभवी नेता करार दिया, जिन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर काफी अच्छा काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘किसी भी कांग्रेस नेता की भूमिका एवं जिम्मेदारी का फैसला पार्टी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष करते हैं। जब भी कोई फैसला होगा तो बता दिया जाएगा।’ बताया जाता है कि कांग्रेस पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर किसी ब्राह्मण नेता को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में हैं और समझा जाता है कि उन्होंने शीला के नाम का सुझाव दिया है।
उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनाव में पार्टी की मदद के लिए कांग्रेस ने किशोर की सेवाएं ली हैं। उन्होंने कथित तौर पर कहा है कि यदि राहुल उत्तर प्रदेश में पार्टी की अगुवाई करने से मना करते हैं तो प्रियंका को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए। बीते शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सत्य देव त्रिपाठी ने कहा था कि प्रियंका पूरे राज्य में प्रचार के लिए अमेठी और रायबरेली से बाहर कदम रखेंगी।