ओडिशा पहुंचे राहुल, बीजेडी पर पलटवार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
सालीपुर (ओडिशा) : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कटक के पास सालीपुर में नवीन पटनायक सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ओडिशा के पास इतने संसाधन हैं कि वह अमीर राज्य हो सकता था, लेकिन इन संसाधनों से सिर्फ खनन माफियाओं को ही फायदा पहुंचा। राहुल गांधी ने कांग्रेस को 'भ्रष्ट' करार देने पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में सिलसिलेवार घोटालों के लिए बीजू जनता दल जिम्मेदार है।
राहुल ने कहा, 'राज्य में बड़े पैमाने पर लौह अयस्क और मैंगनीज की लूट हो रही है। खनन में हो रही लूट से कुछ लोगों को फायदा हो रहा है जबकि बाकी लोग परेशानियों का सामना करने को मजबूर हैं।' पटनायक ने पिछले साल 26 दिसंबर को बीजू जनता जनता दल के स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस को 'भ्रष्ट' और बीजेपी को 'सांप्रदायिक' करार दिया था।
ओडिशा का तीव्र विकास सुनिश्चित करने के लिए बीजू जनता दल सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील करते हुए राहुल ने कहा, 'कोयले, लौह अयस्क, मैंगनीज और विभिन्न खनिजों से कमाया गया आपका धन दूसरों की जेब में जा रहा है जबकि राज्य सरकार स्कूल और अस्पताल चलाने में नाकाम है। ओडिशा में करीब 3,500 किसानों ने खुदकुशी की है और 10 लाख से ज्यादा नौजवानों को रोजगार नहीं मिल सका है।'
रंगराजन समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि ओडिशा देश के अविकसित राज्यों की सूची में शीर्ष पर है जबकि यहां खनिजों का भंडार है और लंबी तटरेखा है। राहुल ने कहा, 'ओडिशा तो अमीर है पर उसके लोग गरीब हैं।' उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा राज्य को दी जाने वाली धनराशि को कहीं और खर्च कर दिया जाता है और उसमें अनियमितता होती है। 'केंद्र की अनदेखी' के बीजू जनता दल के आरोप के जवाब में राहुल ने दावा किया कि केंद्र की यूपीए सरकार ने राज्य के विकास के लिए अधिकतम धनराशि मुहैया कराई है।
उन्होंने कहा, 'पहले किसी सरकार ने राज्य को इतने बड़े पैमाने पर धनराशि मुहैया नहीं कराई। मुझे बताया गया है कि 5,000 करोड़ रुपये अब भी पड़े हुए हैं, उसे खर्च नहीं किया गया है।' बीजू जनता दल सरकार पर कल्याणकारी योजनाएं लागू करने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना में धनराशि केंद्र द्वारा आवंटित की जाती है और 'यहां धन दूसरों के पेट में चला जाता है।' राहुल ने कहा, 'इस सरकार ने तो गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वालों को दिया जाने वाला चावल भी कहीं और भेज दिया। भ्रष्टाचार और धनराशि के गलत इस्तेमाल के कारण लोगों तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा है।' ओडिशा में वाम चरमपंथ का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि राज्य के 30 जिलों में से 22 नक्सलवाद से प्रभावित हैं और विकास की कमी की वजह से ऐसे हालात पैदा हुए हैं।
ओडिशा में विभिन्न चिटफंड कंपनियों द्वारा 20 लाख निवेशकों को चूना लगाने वाले घोटाले की तरफ इशारा करते हुए राहुल ने कहा कि राज्य सरकार ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। राहुल ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे आदिवासियों, दलितों और अन्य कमजोर वर्गों के अधिकारों की लड़ाई लडें।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने खुद डोंगरिया कोंढ जनजाति के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है और कालाहांडी-रायगढ़ जिले में नियामगिरि की पहाड़ियों को बचाया है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस के लिए मतदान करके और बीजू जनता दल को सत्ता से बाहर करके लोगों को उनका हक मिलेगा। इससे पहले, राहुल ने ओडिशा में अपना पहला रोड शो आयोजित किया जिसके तहत उन्होंने भुवनेश्वर से 50 किलोमीटर की यात्रा की। राहुल दो दिवसीय ओडिशा यात्रा पर हैं।
राहुल ने कहा, 'उन्होंने 5,000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल नहीं किया......और तब वे कहते हैं कि केंद्र धनराशि मुहैया नहीं कराता।' कांग्रेस नेता ने कहा, 'भ्रष्ट सरकार आपके पैसे लूटती है। उनसे लड़िए और जीतिए। यहां गरीबों, दलितों और आदिवासियों की सरकार लाइए। आपका ही पैसा आपसे लूटा जा रहा है। लोगों को वह धन दीजिए और स्कूल चलाने, अस्पताल खोलने सहित विकास के अन्य कामों में उसे खर्च कीजिए।'
राहुल ने कहा कि भोजन के अधिकार के जरिए केंद्र सरकार ने सुनिश्चित किया है कि धर्म और जाति से परे जाकर देश के हर परिवार को भोजन की गारंटी मिले। उन्होंने कहा, 'हमने सबसे बड़ी लड़ाई नियामगिरि के लिए लड़ी। हम आदिवासियों के अधिकारों के लिए लड़े और सुनिश्चित किया कि उनकी जमीन वापस उन्हें मिले। हमें ओडिशा में यह लड़ाई लड़नी है। यह एक अमीर राज्य है पर यहां के लोग गरीब हैं। कांग्रेस आदिवासियों, दलितों, आम लोगों और पिछड़ों के अधिकारों के लिए हमेशा लड़ी है।' राहुल ने कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों से कहा है कि वे हर गांव में जाएं और भ्रष्टाचार से लड़ें और गरीबों, आदिवासियों तथा पिछड़ों के हक की लडाई लड़ें।