राफेल डील में ट्वीट कर राहुल ने रक्षा मंत्री के झूठ को किया उजागर, डसॉल्ट का दिया हवाला
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'डसॉल्ट ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का झूठ उजागर किया है। उसने एक रिपोर्ट में राफेल विमान की कीमत के बारे में बताया है।' राहुल ने ट्वीट में बताया कि मोदी सरकार ने हर राफेल विमान पर करीब 1100 करोड़ रुपए ज्यादा दिए। इस डील के जरिए 36 हजार करोड़ जेब में डाल लिए गए। मालूम हो कि डसॉल्ट राफेल विमान बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी है। राहुल गांधी ने इसी कंपनी की 2016 की रिपोर्ट का हवाला दिया है।
राहुल ने अपने ट्वीट में राफेल विमान की कीमत भी ट्वीट किए हैं। इनमें कतर के साथ डील में राफेल विमान की कीमत 1319 करोड़ रुपए बताया गया है। मोदी सरकार से राफेल डील में विमान की कीमत 1670 करोड़ रुपए बताया है। जबकि, मनमोहन सरकार में राहुल ने इसी विमान की कीमत 570 करोड़ रुपए तय होना बताया है।
राहुल ने अपने ट्वीट में रक्षा मंत्री को आरएम कहकर संबोधित किया है। उन्होंने मनमोहन सरकार के समय राफेल विमान की कीमतों की तुलना मोदी सरकार में की गई डील से करते हुए लिखा- हर विमान पर 1100 करोड़ रुपए यानी 36,000 करोड़ रुपए ज्यादा दिए गए जो कि रक्षा बजट का 10 प्रतिशत है और इसे जेब में डाल लिया गया। ऐसा तब है जब हमारी आर्मी सरकार से पैसे मांग रही है।
राहुल गांधी और उनकी पार्टी के नेताओं ने राफेल सौदे की शर्तें और कीमत सार्वजनिक करने की मांग की है। राहुल लगातार मोदी सरकार से इस सौदे पर सवाल पूछ रहे हैं और चुप रहने का आरोप लगा रहे हैं। इसके जवाब में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, एयरफोर्स की तत्काल जरूरतों को देखते हुए इस सौदे पर मुहर लगाना जरूरी था। सितंबर 2016 में इस सौदे के फाइनल एग्रीमेंट साइन किए गए। इससे पहले पांच राउंड की लंबी बातचीत भी फ्रांस के साथ हुई थी। इसके लिए कैबिनेट की सुरक्षा समिति का अप्रूवल भी लिया गया। इस डील पर आरोप लगाना भारतीय सेना का अपमान है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट 2018-19 पर चर्चा के दौरान कहा था, कांग्रेस राफेल डील की डिटेल को जनता के बीच मुद्दा बनाकर गंभीर रूप से देश की सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रणब मुखर्जी के पास जाकर राष्ट्रीय सुरक्षा का पाठ सीखें।