विजय माल्या के दावे पर राहुल गांधी ने जेटली से मांगा इस्तीफा, प्रेस कांफ्रेंस में दिखाए सबूत
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : शराब कारोबारी और पूर्व सांसद विजय माल्या के देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के दावे के बाद देश की सियासत गरमा गई है। गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद मीडिया के सामने आए और इस बात का दावा किया कि संसद में जेटली और माल्या की मुलाकात काफी अंतरंग थी, जिसे पीएल पुनिया ने अपनी आंखों से देखा था। राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जेटली ब्लॉग लिखते रहते हैं, लेकिन कभी विजय माल्या से मिलने के बारे में देश को नहीं बताया। राहुल गांधी ने जेटली से इस्तीफा मांगा है।
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने पूछा कि अरुण जेटली ने कहा कि विजय माल्या ने अनौपचारिक तरीके से उन्हें अप्रोच किया था पर सवाल यह है कि उन्होंने अब तक इसे क्यों छिपाया? उन्होंने कहा कि आज हम सबूत लाए हैं और वह सबूत हैं पीएल पुनिया, जिन्होंने संसद में विजय माल्या और जेटली की मुलाकात देखी थी और खास बात यह है कि यह कोई छोटी मुलाकात नहीं थी।
इसके बाद राहुल ने माइक पीएल पुनिया की तरफ बढ़ा दिया। पूनिया ने माइक संभाला और दावा किया, बजट सत्र के बाद 1 मार्च 2016 को मैं संसद के सेंट्रल हॉल में बैठा था तभी मैंने देखा कि अरुण जेटली और विजय माल्या खड़े होकर कोने में अंतरंग बातें कर रहे थे। पुनिया ने दावा किया कि 5-7 मिनट के बाद सेंट्रल हॉल में बेंच पर भी दोनों बात करने में मशगूल दिखे थे। कांग्रेस नेता की ओर से यह भी कहा गया कि माल्या उस सत्र में पहली बार उसी दिन जेटली से मिलने ही आए थे।
पुनिया ने आगे कहा कि 3 मार्च 2016 को जब मीडिया में माल्या के विदेश भागने की खबर छपी तो मेरा रिएक्शन यही था कि 2 दिन पहले तो वह अरुण जेटली से मिले थे। कांग्रेस नेता ने कहा, कई बार मैंने उस मुलाकात का जिक्र भी किया था। जेटली ढाई साल तक इस पर रहस्य बनाए रहे, संसद में कई बार बहस हुई पर उन्होंने कभी भी जिक्र नहीं किया कि वह माल्या से मिले थे। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात छोटी नहीं बड़ी थी।
पुनिया ने जेटली को चुनौती देते हुए कहा कि सेंट्रल हॉल में सीसीटीवी लगे हैं, एक मार्च 2016 की फुटेज निकालकर देख ली जाए, जो झूठ बोल रहा हो वह राजनीति छोड़ दे। पुनिया ने कहा कि देश के विश्वास पर हमला किया गया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि इस मुलाकात से स्पष्ट है कि विजय माल्या देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली से अनुमति लेकर और सलाह लेकर देश से भागा है।
राहुल गांधी ने कहा कि मेरा पहला सवाल यह है कि वित्त मंत्री अपराधी से बात करते हैं लेकिन वित्त मंत्री ने न सीबीआई को बताया, न ईडी को बताया और न ही पुलिस को। इतना ही नहीं, माल्या के लिए जो गिरफ्तारी नोटिस था उसे इन्फर्मेशन नोटिस में किसने बदला? जेटली को बताना चाहिए कि उन्होंने खुद से यह फैसला किया या ऊपर से ऐसा करने के लिए उन्हें आदेश मिला था।