राहुल गांधी की ताजपोशी का पहला कदम पूरा, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए युवराज ने भरा पर्चा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो चुका है। सोमवार सुबह उन्होंने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन दाखिल करने की आज अंतिम तिथि है। राहुल के नामांकन दाखिले के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन फॉर्म में प्रस्तावक के रूप में सोनिया गांधी का भी नाम था लेकिन पर्चा दाखिल करते समय वह राहुल गांधी के साथ नहीं थीं।
5 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। हालांकि राहुल गांधी का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है। 11 दिसंबर को नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है, लेकिन यह प्रक्रिया तो तब होगी जब राहुल के अलावा कोई और नाम होगा। इसलिए औपचारिक ऐलान की घोषणा भले ही 11 दिसंबर को हो लेकिन 5 दिसंबर को ही तय हो जाएगा कि राहुल कांग्रेस पार्टी के अगले अध्यक्ष होंगे। राहुल को साल 2013 में कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया था। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले राहुल गांधी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राहुल को तिलक भी लगाया। इससे पहले राहुल राजघाट पर पहुंचकर महात्मा गांधी की समाधि पर मत्था टेका।
राहुल गांधी के नामांकन भरने से पहले कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का भारी जमावड़ा रहा। सुबर करीब 10.30 बजे राहुल कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी की। सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के अलावा राहुल के नामांकन पत्र पर बतौर प्रस्तावक दस्तखत करने वालों में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, पी. चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे, अहमद पटेल और पांच मुख्यमंत्री पंजाब के अमरिंदर सिंह, कर्नाटक के सिद्धारमैया, पुडुचेरी के वी. नारायणसामी, मेघालय के मुकुल संगमा और मिजोरम के लाल थंहावला भी मौजूद रहे। हिमाचल के वीरभद्र सिंह स्वास्थ्य कारणों से नहीं पहुंच सके।
राहुल गांधी नेहरू-गांधी परिवार के छठे शख्स हैं जो कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। राहुल गांधी से पहले मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के हाथों में पार्टी की कमान रही है। राहुल की ताजपोशी के साथ ही 19 साल से इस पद पर मौजूद सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से मुक्त हो जाएंगी। 19 साल पहले अप्रैल 1998 में जब सोनिया गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली थी, तब भी पार्टी की सियासी हालत बेहद कमजोर थी। कुछ वैसी ही स्थिति पार्टी की इस समय है।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 89 नामांकन पत्र दाखिल
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए शुरू की गई निर्वाचन प्रक्रिया के तहत सोमवार को 89 सेट नामांकन पत्र दाखिल किए गए। कयास लगाए जा रहे हैं कि सभी नामांकन पत्र कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल के नए पार्टी प्रमुख के तौर पर उनके समर्थन में दाखिल किए गए हैं। नामांकन प्रक्रिया की समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत में निवार्चन अधिकारी मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने बताया कि नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन सोमवार को 89 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। उन्होंने इसके आगे कुछ नहीं बताया और कहा कि मंगलवार को पत्रों की जांच के बाद विस्तृत विवरण दिए जाएंगे। पार्टी अध्यक्ष पद के निर्वाचन कार्यालय की ओर से कुल 90 नामांकन पत्र वितरित किए गए थे। एक पत्र नहीं दाखिल किया जा सका, क्योंकि उसके लिए निर्धारित 10 प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर नहीं हो पाए थे। रामचंद्रन ने बताया कि नामांकन पत्रों पर 890 प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए हैं। राहुल गांधी के लिए दाखिल पहले नामांकन पत्र पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हस्ताक्षर किए थे। आबादी में देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा नामांकन पत्र भरे गए हैं। इस तरह राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चयन तय माना जा रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के प्रिय हैं और वह कांग्रेस की विरासत को आगे ले जाएंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के लिए नामांकन भरने पर शुभकामनाएं दीं। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिंदबरम ने भी राहुल को बधाई दी। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राहुल गांधी एक अच्छे कांग्रेस अध्यक्ष साबित होंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर आप मुझसे पूछें तो राहुल गांधी एक अच्छे प्रधानमंत्री बनेंगे। चुनाव प्रक्रिया को लेकर भाजपा के सवालों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि क्या भाजपा के अध्यक्ष का चुनाव होता है? क्या नितिन गडकरी को बैलट प्रक्रिया द्वारा चुना गया था? पहले उन्हें जवाब देने दीजिए।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सर्वसम्मति से राहुल को अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव पास हुए हैं। कांग्रेस हमेशा सोच समझकर निर्णय करती है। ये फैसला हमने चार साल पहले ही कर लिया था, जब जयपुर में उन्हें उपाध्यक्ष चुना गया था। कांग्रेस एकजुट होकर राहुल गांधी के साथ खड़ी है।