सरसंघचालक मोहन भागवत के सेना संबंधी बयान पर भड़के राहुल गांधी, आरएसएस ने दी सफाई
सत्ता विमर्श डेस्क
नई दिल्ली : सरसंघचालक मोहन भागवत के तीन दिन में सेना तैयार करने वाले बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भागवत का यह बयान देश और शहीदों का अपमान है।
राहुल ने सोमवार को भागवत के सेना संबंधी बयान की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'आरएसएस चीफ का यह बयान हर भारतीय का अपमान है, क्योंकि उन्होंने देश के लिए जान देने वालों का असम्मान किया है। यह देश के झंडे का भी अपमान है, क्योंकि तिरंगे को सलाम करने वाले सैनिकों का अपमान किया गया है। भागवत को सेना और शहीदों का अपमान करने के लिए शर्म आनी चाहिए।'
वहीं मोहन भागवत के बयान पर संघ की भी सफाई आई है। संघ ने कहा कि भागवत के बयान को संदर्भ से हटकर पेश किया गया है। संघ की तरफ से जारी बयान में कहा गया, मोहन भागवत भारतीय सेना की तुलना आरएसएस से नहीं कर रहे थे। हकीकत में उन्होंने कहा था कि आर्मी अपने जवानों को तैयार करने में 6 महीने का समय लेती है। अगर आरएसएस ट्रेनिंग दे तो तीन दिन में स्वयंसेवक भी सैनिक बन सकते हैं। सेना से तुलना के कारण सोशल मीडिया पर भागवत की काफी आलोचना हो रही है।
मालूम हो कि रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बिहार के मुजफ्फरपुर में आयोजित स्वयंसेवकों के खुले सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि उनके स्वयंसेवक देश की रक्षा के लिए तैयार हैं और अगर देश को जरूरत पड़ी तथा संविधान इजाजत दे तो जितने सैनिक सेना छह महीने में तैयार करेगी, आरएसएस उसे तीन दिन में ही तैयार कर सेना के रूप में मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हो जाएंगे।