लखनऊ पहुंची राहुल की किसान यात्रा, निशाने पर रहे मोदी और RSS
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में देवरिया से दिल्ली तक की किसान यात्रा पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आरएसएस हिंदू और मुस्लिम के नाम पर हमें अलग करना चाहता है।
अपनी किसान यात्रा के तहत रायबरेली से लखनऊ आये राहुल ने शहर के ‘परिवर्तन चौक’ से चौक इलाके तक रोड शो किया जो गंतव्य पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने जनता से प्रदेश की तरक्की के लिए कांग्रेस का हाथ थामने की अपील की। राहुल ने कहा कि प्रदेश में पिछले 27 साल से गैर-कांग्रेसी सरकारों का राज रहा और इस दौरान यह राज्य देश के बाकी सूबों के मुकाबले पिछड़ता चला गया। इस प्रदेश को तरक्की के रास्ते पर लाने के लिये जनता को एक बार फिर कांग्रेस का ‘हाथ’ थामना होगा।
उन्होंने ‘किसान बजट’ का एक बार फिर जिक्र करते हुए कहा कि वह इस बारे में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को राजनीतिक सुझाव दे रहे हैं। अगर वह इसे मानते हैं तो इससे उन्हें भी फायदा होगा। राहुल ने आरोप लगाया कि ग्रेटर नोएडा के भट्टा-पारसौल गांवों में किसानों की जमीन के लिए उन्होंने लड़ाई लड़ी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहीं पर किसानों की जमीन तीन बार छीनने की कोशिश की।
उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा और कहा कि मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में अपने अब तक के दो साल के कार्यकाल में किसानों से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि वह खासकर किसानों के भले के लिये यह यात्रा निकाल रहे हैं। देवरिया से शुरू हुई यह यात्रा दिल्ली तक जाएगी। इसके समापन पर वह बैठक करेंगे और किसान मांगपत्र के जरिये सामने आने वाली उनके दिल की बात को मोदी तक पहुंचाएंगे।
राहुल ने कहा कि मोदी जी चुनाव आते ही विकास की बात करने लगते हैं। सरकार में रहते हुए तीन साल बीत गए, लेकिन मोदी जी ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे किसानों को फायदा हो सके। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हमने एक लाख 10 हजार करोड़ रुपये किसानों का कर्ज माफ किया था। ये बात मोदी जी लोगों को नहीं बताते हैं। हम वादा करते हैं, यूपी में कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के अंदर हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे। उनकी फसल का सही दाम दिलाएंगे।