'राहुल ने वो किया जो नेहरू और राजीव ने नहीं किया'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
वृंदावन: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जेएनयू मुद्दे पर रविवार को कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल वह कर गए जो आज तक जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी ने भी नहीं किया। वह देशद्रोही नारे लगाने वालों से सहानुभूति दिखाने के लिए उनके साथ खड़े हो गए। ऐसा करते समय उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि कहीं यह कर वह देश के साथ गद्दारी तो नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब देश को वंशवाद से आजादी मिली है।
जेटली ने भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। कहा कि आज तक महात्मा गांधी, राजीव गांधी और डॉ. अंबेडकर ने जो नहीं किया वह राहुल ने देशद्रोही नारे लगाने वालों के साथ खड़े होकर कर दिया है।
राहुल गांधी ने ऐसा सहानुभूति बटोरने के लिए किया है। उन्होंने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले देश हित की बात आने पर विपक्षी दल भी एकजुट हो जाते थे। लेकिन अब कोई याकूब मेनन तो कोई अफजल गुरु की याद में कार्यक्रम करना चाहता है।
कन्हैया पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि विजय इस मायने में कि जो लोग देश के टुकड़े-टुकड़े का नारा लगाते हुए जेल गए, जेल से बाहर आए तो उन्हें जय हिन्द और तिरंगे के साथ भाषण देना पड़ा। यह हमारी वैचारिक जीत हुई।
जेटली ने कम्युनिस्टों को खास निशाने पर रखते हुए कहा कि जब-जब देश के सामने चुनौतियां आई हैं राष्ट्रवादी विचारधारा का मुकाबला साम्यवादी विचारधारा से हुआ है। ये साम्यवादी ही थे जो गांधीजी को सामंती कहते थे और इन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था। आजादी के बाद भी चूंकि लोकतंत्र में उनका विश्वास नहीं था इसलिए उनकी रणनीति यह बनी कि देश के टुकड़े-टुकड़े करके उस पर कब्जा किया जाए।
वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने वंशवाद, भ्रष्टाचार और गरीबी भुखमरी से आजादी दिलाई है। अधिवेशन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।