राफेल डील पर तीन सवाल दाग राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा
सत्ता विमर्श डेस्क
नई दिल्ली : लड़ाकू विमान राफेल की खरीद में भ्रष्टाचार और क्रोनी कैपिटलिज्म को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से लगातार राफेल सौदे को लेकर सवाल उठा रहे हैं। इसको लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच घमासान मचा हुआ है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे को लेकर शनिवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर पलटवार करते हुए दावा किया कि यह शर्मनाक है कि उनके बॉस उन्हें चुप करा रहे हैं। इसके पहले कांग्रेस ने मोदी सरकार पर राफेल सौदे में पूरी तरह से बदलाव करके राष्ट्रीय हितों के साथ समझौता करने, सांठगांठ वाले पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटलिज्म) को बढ़ावा देने और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या पेरिस में राफेल विमानों की खरीद के बारे में घोषणा करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामले की कैबिनेट समिति (सीसीएस) से मंजूरी ली थी?
कांग्रेस उपाध्यक्ष के इस हमले से एक दिन पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि यह शर्मनाक है कि कांग्रेस विमान सौदे को लेकर आपत्तियां खड़ी कर रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सौदे को लेकर अब कई सवाल खड़े किए हैं और सरकार पर राष्ट्रीय हित एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी के कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, प्रिय आरएम, यह कितना शर्मनाक है कि आपके बॉस आपको चुप करा रहे हैं। कृपया हमें बताइए-
1. हर रॉफेल विमान का अंतिम मूल्य क्या है?
2. पेरिस में विमानों के खरीद की घोषणा करने से पहले क्या प्रधानमंत्री ने सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्योरिटी) से मंजूरी ली थी?
3. प्रधानमंत्री ने एचएएल (भारत सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) को दरकिनार कर एए रेटेड कारोबारी (अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस लिमिटेड) को सौदा क्यों दिया जबकि उसके पास रक्षा क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं है?
लड़ाकू विमान राफेल डील क्या है?