पीएम के रात्रिभोज में नहीं पहुंचे राहुल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन समारोह के सम्मान में जो रात्रिभोज दिया, उससे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नदारद रहे। मनमोहन सिंह का 10 साल लंबा कार्यकाल खत्म हो गया है। बुधवार रात कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनके सम्मान में भोज दिया। भोज तो था मनमोहन सिंह का, लेकिन फोकस में पीएम से ज्यादा राहुल की गैरमौजूदगी रही।
केंद्रीय मंत्री कमल नाथ ने इस बात की पुष्टि की कि राहुल गांधी इस भोज में मौजूद नहीं थे। हालांकि अभी इसकी कोई वजह नहीं बताई गई है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष की गैरमौजूदगी में ही प्रधानमंत्री को चांदी का एक प्रतीकचिन्ह देकर कांग्रेस पार्टी ने सम्मानित किया और उनके दस वर्षो के सफल नेतृत्व के लिए आभार भी जताया। प्रधानमंत्री को दिए गए प्रतीक चिन्ह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के 38 लोगों के हस्ताक्षर हैं। इनमें अहमद पटेल, एके एंटनी, पी. चिदंबरम, एसएम कृष्णा, कपिल सिब्बल आदि हैं। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से मनमोहन के सम्मान में एक बयान बढ़ा गया। इसमें दस वर्षो तक संप्रग सरकार को कुशल नेतृत्व देने के लिए सभी ने आभार जताया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खासी गर्मजोशी के साथ प्रधानमंत्री के लिए तालियां बजाईं और बजवाईं भी। इस दौरान प्रधानमंत्री बेहद भावुक थे और कई सांसद भी इसी मनोदशा में रहे।
कई सांसदों और मंत्रियों ने बारी-बारी से मनमोहन-सोनिया के साथ फोटो खिंचाए और ग्रुप फोटो भी हुए। इस सबके बीच राहुल गांधी की गैरमौजूदगी कांग्रेसियों के बीच चर्चा का विषय रही। एक युवा कांग्रेस नेता ने भी कहा कि इस अवसर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष का न होना सभी को अखरा।
ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस अगर चुनाव हार जाती है तो इसका ठीकरा मनमोहन सिंह के सिर फोड़ा जा सकता है। कांग्रेस नेताओं की ओर से ऐसे बयान भी आ रहे हैं कि हार की जिम्मेदारी राहुल गांधी की नहीं होगी। हालांकि सोनिया गांधी ने अपने नेताओं को कहा है कि हार के बाद मनमोहन सिंह का बचाव किया जाए।