देश के 14वें राष्ट्रपति बने कोविंद, पद और गोपनीयता की ली शपथ
सत्ता विमर्श डेस्क
नई दिल्ली : रामनाथ कोविंद आज देश के 14वें राष्ट्रपति बन गए। संसद के सेंट्रल हॉल जो भारत के अनेक ऐतिहासिक पलों का गवाह रहा है में मंगलवार को देश के नए राष्ट्रपति रामानाथ कोविंद को 14वें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। भारत के प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर ने रामनाथ कोविंद को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के लिए सेट्रल हॉल में जो मंच सजा था वहां एक साथ पांच कुर्सियां लगाई गईं थी। बाएं से सबसे पहले स्पीकर सुमित्रा महाजन, फिर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रणब मुखर्जी, रामनाथ कोविंद और जस्टिस जेएस खेहर बैठे थे। इससे पहले वह राष्ट्रपति महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जाएंगे, जहां उन्होंने बापू को श्रद्धांजलि दी।
भारत माता की जय और जयश्री राम के नारों से गूंजा हॉल
संसद के सेंट्रल हॉल में शपथ लेने के बाद परंपरा के मुताबिक सभी लोग अपनी जगह बैठे रहे, लेकिन प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद की कुर्सी की अदला-बदली की गई। जिस कुर्सी पर प्रणब मुखर्जी बैठे थे, उसपर अब रामनाथ कोविंद बैठे बल्कि प्रणब मुखर्जी ने उन्हें बधाई देते हुए बिठाया। फिर रामनाथ कोविंद ने बतौर राष्ट्रपति अपना पहला भाषण दिया। उनके भाषण के बाद उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने राष्ट्रपति के हिंदी भाषण का अंग्रेजी में संक्षिप्त अनुवाद पढ़ा। इसके बाद नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अनुमति पर उनके राष्ट्रपति बनने का ऐलान हुआ। फिर राष्ट्रगान की धुन बजी। जैसे ही राष्ट्रगान पूरा हुआ… सेंट्रल हॉल में पहले भारत माता की जय और फिर जय श्रीराम के नारे लगाए गए। इन्हीं नारों के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सेंट्रल हॉल से बाहर निकलने के लिए चल पड़े। उनके पीछे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, हामिद अंसारी, सुमित्रा महाजन थीं।
शपथ ग्रहण समारोह का कार्यक्रम
- मंगलवार सुबह 10:30 बजे : नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने निवास से राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
- सुबह 11:15 बजे : रामनाथ कोविंद राजघाट से सीधे राष्ट्रपति भवन में आकर स्टडी रूम में प्रणब मुखर्जी से मिले, दरबार हॉल में कार्यक्रम हुआ।
- सुबह 11:45 बजे : रामनाथ कोविंद और प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति भवन फॉर कोर्ट से होते हुए राजपथ से होकर संसद भवन पहुंचें। साथ में राष्ट्रपति के बॉडी गार्ड भी थे।
- दोपहर 12:00 बजे : शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शुरू हुआ।
- दोपहर 12:05 बजे : संसद भवन के सेंट्रल हॉल में रामनाथ कोविंद और प्रणब मुखर्जी अगल-बगल कुर्सी पर बैठें।
- दोपहर 12:15 बजे : शपथ ग्रहण हुआ जिसमें सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को पद की शपथ दिलाई।
- दोपहर 12.30 बजे : शपथ ग्रहण के बाद सेंट्रल हॉल में नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भाषण हुआ।
- दोपहर 01:00 बजे : प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद दोनों संसद से वापस राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हुए। प्रेसिडेंट बॉडी के नेतृत्व में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण फॉर कोर्ट में भव्य गार्ड ऑफ ऑनर हुआ।
- दोपहर 2:15 बजे : रामनाथ कोविंद वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ प्रणब मुखर्जी को छोड़ने 10 राजाजी मार्ग गए, फिर वहां से रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन लौटे आए।
इस शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए राज्य सभा के सभापति, प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश, लोक सभा अध्यक्ष, मंत्री परिषद के सदस्य, राज्यपालगण, मुख्यमंत्रीगण, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्यगण और भारत सरकार के प्रमुख असैनिक और सैनिक अधिकारी सेंट्रल हॉल में इकट्ठा हुए। राष्ट्रपति और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति गणमान्य लोगों के साथ सेंट्रल हॉल में पहुंचे थे।
नव-निर्वाचित राष्ट्रपति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश के सामने शपथ लेने के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद राष्ट्रपति ने भाषण दिया। राष्ट्रपति सेंट्रल हॉल में समारोह सम्पन्न होने पर राष्ट्रपति भवन के लिए प्रस्थान कर गए, जहां प्रांगण में सेना के तीनों अंगों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और सेवानिवृत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौहार्दपूर्ण शिष्टाचार प्रदान किया गया।