राफेल डील पर सियासी घमासान ; राहुल गांधी के वार पर शाह और जेटली ने किया पलटवार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : राफेल डील पर अरुण जेटली के बाद अब अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जवाब दिया है। अपने ट्वीट में शाह ने लिखा, जवाब देने के लिए हम 24 घंटे भी इंतजार क्यों करें जबकि आपके पास खुद जेपीसी है- झूठी कांग्रेस पार्टी। आपने देश को गुमराह किया है। दिल्ली, कर्नाटक, रायपुर, हैदराबाद, जयपुर और संसद में राफेल विमान की अलग-अलग कीमतें बताईं। देश के लोगों का आईक्यू आपसे ज्यादा है।'
बुधवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में अरुण जेटली ने कहा कि राहुल गांधी विमान की कीमत को लेकर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन उन्होंने खुद अपने सात भाषणों में इसकी अलग-अलग कीमतें बताईं। उनके दिए तथ्य गलत हैं। इस पर बात करना प्राइमरी स्कूल की बहस जैसा है। इस पर राहुल ने जवाबी ट्वीट में कहा, 'मसला सुलझाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के बारे में आपकी क्या राय है? आपके सर्वोच्च नेता अपने दोस्त को बचा रहे हैं। इसलिए हो सकता है कि जेपीसी बनाना सुविधाजनक ना हो। इस पर गौर करें और 24 घंटे में जवाब दें।'
जेटली ने कहा, हमने 2007 के समझौते को बदलकर नया सौदा किया। इसके मुताबिक, हमने हथियारों से लैस एयरक्राफ्ट का सौदा किया। इसके आधार पर बेसिक एयरक्राफ्ट की कीमत में 9 प्रतिशत और हथियारों से लैस एयरक्राफ्ट की कीमत में 20 प्रतिशत की कमी हुई है। जेटली ने यह भी बताया कि ऑफसेट के मामले में डिफेंस सौदे दो प्रकार से होते हैं। राफेल डील सरकार और सरकार के बीच में हुई है। हम उनसे 36 राफेल विमान खरीदेंगे। हम उन्हें भुगतान करेंगे। इसमें तीसरी पार्टी का कोई रोल नहीं है।
दूसरा यूपीए सरकार में ऑफसेट पॉलिसी बनी। इसके मुताबिक, जिससे हम खरीदते हैं, उसे 30 प्रतिशत तक माल भारतीय सोर्सेज से खरीदना पड़ेगा। इसके पीछे तथ्य है कि इससे हमारी उत्पादन क्षमता और डिफेंस इंडस्ट्री बढ़ेगी। इसे मैं गलत नहीं मानता। लेकिन इसमें विदेशी कंपनी की भूमिका होती है कि वह किससे खरीदना चाहती है। इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होती। पॉलिसी के मुताबिक, विदेशी कंपनी निजी या पब्लिक कंपनी से भी खरीद कर सकती है। यह उनका अधिकार है।