जोगी ने फूंका विद्रोह का बिगुल, नई पार्टी बनाएंगे
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने विद्रोह का बिगुल फूंकते हुए नई पार्टी के गठन की धमकी दी और कांग्रेस पर हमला करते हुए उसे राज्य में भाजपा की ‘बी टीम’ करार दिया।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए 2014 में हुए विधानसभा सभा के एक उपचुनाव में कथित ‘फिक्सिंग’ को लेकर छह महीने पहले उनके बेटे अमित जोगी को पार्टी से निकाल दिया था। कांग्रेस ने तब अजित जोगी के खिलाफ भी कार्रवाई पर विचार किया था लेकिन उसके बाद कोई फैसला नहीं लिया गया।
रमन सिंह सरकार को चुनौती देने के लिए जोगी के कांग्रेस छोड़ने और नये पार्टी के गठन के संभावित कदम को राहुल गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी की अटकलों से भी जोड़ा जा रहा है। हालांकि जोगी ने इससे इनकार करते हुए कहा कि इसका उससे कोई लेना देना नहीं है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनपर उनके समर्थकों का काफी दबाव है।
उन्होंने कहा, ‘करीब 15,000 लोग व्यक्तिगत रूप या फोन पर मुझसे बात कर रहे हैं। मुझपर अपने शुभचिंतकों एवं दोस्तों का काफी दबाव है कि छत्तीसगढ़ को रमन सिंह से छुटकारा दिलाना है तो मुझे यह बड़ा कदम उठाना होगा।’ जोगी ने कहा, ‘नहीं तो रमन सिंह चौथी बार भी राज्य का चुनाव जीत जाएंगे क्योंकि कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं है जो कि रमन सिंह की ‘बी टीम’ के रूप में काम कर रही है।’ उनकी टिप्पणी मीडिया की उन अटकलों के बीच आयी है जिनमें जा रहा है कि जोगी कांग्रेस छोड़कर 6 जून को मरवाही में नयी पार्टी के गठन की घोषणा करने वाले हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके कार्यकर्ता उनपर इस सरकार से छुटकारा दिलाने का दबाव डाल रहे हैं और ‘‘जब तक मैं नेतृत्व ना करूं, यह संभव नहीं है। इसलिए 6 जून को मैं मरवाही जाऊंगा जो मेरी जन्मभूमि है। उस दिन मैंने पूरे राज्य से अपने 5,000 मूल समर्थकों को भी बुलाया है। मैं उनसे पूछूंगा।’
यह पूछने पर कि क्या उन्होंने इस संदर्भ में पार्टी नेतृत्व से बात की है, जोगी ने कहा, ‘पिछले तीन सालों में काफी बातचीत हुई। अब मजबूरी है।’ जोगी की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उनके पुराने विरोधी कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में उनकी भूमिका की याद दिलायी और जोगी द्वारा चुनाव की ‘फिक्सिंग’ से जुड़े ऑडियो टेप की तरफ इशारा किया।
उन्होंने कहा, ‘आप सब जानते हैं कि जोगी ने किस तरह कांग्रेस उम्मीदवार मंटूराम पवार को भाजपा के हाथों बेच दिया। कुछ करोड़ रपए के लिए कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार से जुड़ा सौदा कराने में शामिल रहे इस तरह के लोग पार्टी छोड़ दें तो यह कांग्रेस के लिए अच्छा ही है।’ अंतागढ़ उपचुनाव में कथित फिक्सिंग के मुद्दे को लेकर इस साल छह जनवरी को कार्रवाई करते हुए कांग्रेस ने अमित जोगी को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था और पूरे मुद्दे पर प्रदेश शाखा से रिपोर्ट देने को कहा था।