अपना गढ़ बचाने में नाकामयाब रहे अजित सिंह
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ: राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष अजित सिंह अपना गढ़ बचाने में कामयाब नहीं हुए। बागपत संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी सत्यपाल सिंह जैसे नए खिलाड़ी ने उन्हें मात दे दी है। सत्यपाल सिंह मुंबई के पुलिस उपायुक्त रह चुके हैं। हाल में उन्होंने पद से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा है। यह उनका पहला चुनाव है और पहली बार में ही अजित सिंह जैसे मंझे हुए राजनीतिक खिलाड़ी को हराने में सफल रहे।
हालांकि, अजित साल 2009 में बागपत से ही चुनाव जीते थे, लेकिन उस समय राजनीतिक समीकरण अलग था। पिछले चुनाव में वह भाजपा गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे, लेकिन इस बार उनका समझौता कांग्रेस के साथ था। कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार में वह 18 दिसंबर, 2011 को नागरिक उड्डयन मंत्री बने। इससे पूर्व वह 2001 से 2003 तक अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं। अजित सिंह वर्ष 1989-90 में पहली बार बागपत से सांसद चुने गए थे।