मुलायम को माया का करारा जवाब- सत्ता नहीं, सम्मान बड़ा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के मंसूबे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने पानी फेर दिया है। माया ने सम्मान की बात करते हुए मुलायम के उस प्रस्ताव की हवा निकाल दी है जिसमें उन्होंने लालू के हाथों सपा-बसपा के यूपी में गठजोड़ के संकेत दिए थे।
नेताजी ने स्पष्ट किया था कि भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एकजुट हो सकते हैं बशर्ते लालू खुद मायावती का हाथ पकड़कर ले आयें।
मुलायम की मंशा पर सवाल उठाते हुए मायावती ने कहा कि यादव से हाथ मिलाने का कोई प्रश्न ही नहीं होता, इसके साथ ही लालू-मुलायम को दो टूक लफ्जों में ना कहते हुए कहा कि उन दोनों के लिए सत्ता बड़ी चीज है जब कि उनके लिए (माया) सम्मान बड़ा है।
मुलायम ने कहा था कि अगर लालू यादव मध्यस्थता करें तो वह बसपा से हाथ मिलाने को तैयार हैं। बिहार में एक रैली के दौरान जब लालू और नीतीश 20 साल बाद एक मंच पर आए थे तो लालू ने सपा और बसपा के बीच गठबंधन की अपील की थी।
इससे पहले मुलायम सिंह यादव के बयान के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इन दोनों के संभावित गठबंधन को 'चोर-चोर मौसेरे भाई ' का साथ कहा था।