'चुनाव बाद बिहार में जंगलराज पार्ट-2 का खत्मा'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
गया : विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गया में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए राज्य की नीतीश सरकार पर जमकर प्रहार किया। लोगों की भीड़ से उत्साहित पीएम ने विश्वास जताया कि चुनाव के बाद सूबे के जंगलराज-पार्ट टू का भी अंत हो जाएगा।
परिवर्तन रैली में जुटी जनता से पीएम ने अपील की कि वो परिवर्तन के लिए अपने कीमती मत का प्रयोग कर जंगलराज का खात्मा करें। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वो केंद्र की विकास की कोशिशों को राज्य में नहीं पहुंचने देते हैं।
मोदी ने कहा, 'गंगाजी तो बहती है, लेकिन अगर हम उल्टा लोटा लेकर जाएंगे तो कोई बूंद लेकर नहीं आएंगे।' उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरकार विकास की गंगा बहाना चाहती है, लेकिन वो विकास राज्य तक नहीं पहुंच रहा है। मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव को भी निशाने पर लिया। मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने परिवर्तन का फैसला कर लिया है। इस दौरान उन्होंने अपने पुराने अंदाज में राजद और जदयू को नया नाम भी दे डाला। पीएम ने राजद को 'रोज़ जंगलराज का डर' कहा जबकि जदयू को 'जनता का दमन उत्पीड़न' नाम दिया।
जल्द होने वाले चुनाव को पीएम ने मुक्ति का पर्व करार दिया। उन्होंने राजद-जदयू गठबंधन को आड़े हाथ लेते हुए कहा, '25 साल से जिनको झेला है, जिनके हर ज़ुल्म को झेला है, जिनके अहंकार को झेला है, जिनकी धोखाधड़ी को झेला है, इन सबसे मुक्ति का पर्व ये चुनाव आने वाला है।' लालू पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा, अब जंगल राज के साथ जेल का अनुभव भी जुड़ गया है।
इस दौरान मोदी मध्य प्रदेश के विवादों में घिरे सीएम शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा करने से नहीं चूके। उन्होंने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रयासों से राज्य को बीमारू राज्यों की श्रेणी से निकालने की तारीफ की। हालांकि व्यापम मुद्दे पर राज्य सरकार की काफी किरकिरी हो चुकी है, जिसे लेकर विपक्ष पीएम पर लगातार छिंटाकशी कर रहा है।
इसके अलावा मोदी ने मंच से बिहार की प्रगति के लिए अपने विचार भी साझा किए। मोदी ने गया को एक पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करने की बात भी कही। इसके साथ ही बिहार में इंजीनियरिंग की पर्याप्त सीटें न होने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में इंजीनियरिंग की सिर्फ 25 हजार सीटें हैं जबकि कई छोटे छोटे राज्यों में भी इन सीटों की संख्या लाखों हैं। उन्होंने कहा कि हर राज्य में बिहार के युवा आईपीएस और आईएएस बने बैठे हैं और वहां के विकास में योगदान दे रहे हैं, लेकिन ख़ुद बिहार आगे नहीं बढ़ रहा है।
इस रैली में पीएम के अलावे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, लोजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा तथा बिहार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी लोगों को संबोधित किया। इससे पहले मुजफ्फरपुर में हुई भाजपा की रैली में पीएम ने नीतीश और लालू पर जमकर निशाना साधा था। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का बिहार में उनका यह दूसरा दौरा था। इससे पहले उन्होंने 25 जुलाई को पटना का दौरा किया था और वहां कई केंद्रीय योजनाओं को शुरू किया था।