राहुल ने पहली बार जयंती के आरोपों का दिया जवाब
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार कर रहे कांग्रेस उपाघ्यक्ष राहुल गांधी पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंती नटराजन के आरोपों के खिलाफ पहली बार बोले। जहांगीरपुरी में भलस्वा गांव के डीडीए मैदान में आमसभा में राहुल ने कहा कि वो गरीबों, आदिवासियों और दलितों के लिए लड़ते रहेंगे।
कांग्रेस छोड़ते वक्त कुछ दिन पहले जयंती नटराजन ने राहुल पर गंभीर आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के दफ्तर से उन्हें आदिवासी हितों की खातिर योजनाओं को मंजूरी न देने के निर्देश मिलते थे और जब गांधी को लगा कि कॉरपोरेट का समर्थन चाहिए तब योजनाओं में देरी का ठीकरा मेरे सिर फोड़ते हुए मुझे हटा दिया गया।
दिल्ली राहुल गांधी इस मुद्दे पर बोले जरूर लेकिन जवाब में साफगोई नहीं दिखी। उन्होंने कहा, 'हां, मैंने जयंती नटराजन ने कहा था कि आदिवासी, गरीब और पर्यावरण के हितों की रक्षा करें। मैं इससे डरता नहीं हूं। मैं आखिरी सांस तक गरीबों के लिए लड़ूंगा, मैं डरता नहीं हूं।'
इस बात का भी राहुल गांधी के भाषण में कोई जिक्र नहीं आया कि उन्होंने पर्यावरण के बारे में योजनाओं पर अपना रुख बदला था या नहीं। उन्होंने इस आरोप पर भी कोई बात नहीं की कि जयंती नटराजन अगर इतना अच्छा काम कर रही थीं तो उन्हें हटाया क्यों गया और फिर उनके हटाने के ठीक एक दिन बाद राहुल गांधी ने फिक्की के सेमिनार में क्यों कहा कि अब कोई योजना नहीं रुकेगी।
अपने संबोधन में राहुल मोदी सरकार पर भी बरसे। राहुल गांधी ने कहा कि मेक इन इंडिया का क्या हुआ? मोदी मेक इन इंडिया की बात करते हैं और खुद यूके में बना 10 लाख का सूट पहनते हैं। मोदी सरकार को आए 7 महीने हो गए लेकिन अभी भी महंगाई बढ़ती जा रही है, सब्जियों के दाम भी बढ़ रहे हैं। पेट्रोल की कीमत कम हो रही है लेकिन महंगाई बढ़ रही है। कच्चे तेल के दाम कम हुए लेकिन आम आदमी का इसका फायदा नहीं हुआ। पैसे कहां जा रहे हैं?...पैसे मोदी के करीबी 4-5 उद्यौगपतियों के पास जा रहे हैं।