चुनावों में बाधा पहुंचा सकते हैं आतंकी : मनमोहन
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश को आगाह किया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव और वर्तमान विधानसभा चुनावों में आतंकवादी संगठन बाधा पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को सतर्क और इस तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने शनिवार को राज्य पुलिस प्रमुखों के साथ बैठक में कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और दूसरे आतंकवादी संगठनों के फिर से सक्रिय होने और देश में घुसपैठ के आए दिन बढ़ते प्रयासों को देखते हुए सुरक्षा बलों को निगरानी और आपसी समन्वय बढ़ाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर खासकर पुंछ जिले और जम्मू क्षेत्र में लगातार युद्ध विराम का उल्लंघन होता रहा है।' हैदराबाद, बेंगलुरू, बोधगया और पटना में पिछले दिनों हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर सिंह ने कहा, 'हमलों में गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों के बयानों से हमारी आशंका की पुष्टि हुई है कि भारत में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं।'
मनमोहन ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सितंबर में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि इस तरह के मामले से कड़ाई से निपटने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में सितंबर में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई, जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। हजारों निर्दोष लोगों को विस्थापित होना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सांप्रदायिक समस्याओं से कड़ाई से निपटे।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हाल की हिंसा के दौरान हमने सोशल मीडिया और एसएमएस के दुरुपयोग को देखा।' उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ऐसे ही गलत सूचना के प्रसारण के कारण कर्नाटक जैसे दक्षिणी राज्यों से पूर्वोत्तर के राज्यों के लोगों का व्यापक पैमाने पर पलायन हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बात की व्यापक स्वीकार्यता है कि सामाजिक मीडिया ज्ञान, सूचना और विचार के आदान-प्रदान का मंच है और रचनात्मक रूप से उसका उपयोग किया जा सकता है।