पंडित नेहरू की कुर्बानी पर फिदा हुए वरूण, BJP को लगा झटका
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ: सुलतानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी के तेवर पार्टी से उनके तल्ख रिश्तों की ओर इशारा कर रहें हैं। उन्होंने शुक्रवार को पार्टी विरोधी बयानों की झड़ी लगा दी। संगीत नाटक अकादमी के गाडगे सभागार में हुए युवा संवाद कार्यक्रम में उन्होंने बिना नाम लिए केंद्र से लेकर प्रदेशों तक में अपनी ही सरकारों की योजनाओं पर सवालिया निशान उठाये। इस दौरान ,वरुण ने भाजपा और संघ के निशाने पर रहने वाले नेहरू की तारीफों के पुल बांध दिए।
उन्होंने नेहरू की कुर्बानी याद दिलाई। वरुण ने कहा- ' लोग कहते हैं कि नेहरू धनी परिवार से थे, राजा की तरह जिए और पीएम बन गए। लोग भूल जाते हैं कि नेहरू 15 साल जेल में रहे। अगर कोई मुझसे कहे कि आप 15 साल जेल में रहिए और बाहर निकलने पर आपको प्रधानमंत्री बना देंगे, तो मैं कहूंगा कि मुझे बक्श दो। यह इतना आसान नहीं है। युवा होने पर जेल में रहने का मतलब होता है खुद की जान, अपने परिवार की परवाह ना करते हुए काम करना।’
दरअसल, भाजपा राजनीति में नेहरू-गांधी परिवार के एकाधिकार को हमेशा चुनौती देती रही है। पार्टी ने भूतपूर्व कांग्रेस पीएम के नाम पर योजनाओं और परियोजनाओं के नामकरण की जमकर मुखालफत की है। हाल ही में ऐसे कई मौके आए जब भगवा पार्टी ने भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों की बनिस्बत सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को ज्यादा तरजीह दी। ऐसे में नेहरू की कुर्बानियों को याद दिला वरुण पार्टी की विचारधारा को ही चुनौती देते दिख रहें हैं।
वरुण ने कहा कि 82 प्रतिशत नेता राजनीतिक घराने से हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राजनीति में नए चेहरे आने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मेरा नाम फिरोज वरुण गांधी है। लेकिन अगर मेरा नाम फिरोज वरुण अहमद, तिवारी, सिंह या फिर प्रसाद होता तो फिर इतने लोग मुझे सुनने के लिए नहीं आते।’ इसके साथ ही वरुण ने बोलने की आजादी पर मंडारा रहे खतरे का भी जिक्र किया।
वरुण ने बिना नाम लिए छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलियों से निपटने के लिए अपनाई जा रही नीति का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, जिस दिन सलमान खान के हिट ऐंड रन केस का फैसला आया था, उसी दिन बस्तर की कोर्ट ने एक लड़की को माफी मांगते हुए बाइज्जत बरी किया था। यह लड़की 9 साल पहले नक्सली होने के आरोप में पकड़ी गई थी। उसका 16 लोगों ने बर्बरता से रेप किया था, लेकिन यह खबर कहीं नहीं आई।
इसके अलावा वरुण ने कहा कि जब संसद में ऑडी, बीएमडब्लू, मर्सिडीज से आने वाले सांसद वेतन बढ़ाने के लिए चिल्लाते हैं तो शर्म आती है। वहीं वरुण ने मनरेगा की भी तारीफ की। गौरतलब हो कि मनरेगा को चुनावी जनसभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेल बताया था।
वरुण के इस बदलते रवैये से सब हैरान हैं। हालांकि पिछले कई दिनों से चर्चा जोरों पर है कि वरुण कांग्रेस को लेकर अब ज्यादा नर्म रुख अख्तियार कर रहें हैं। चर्चा ये भी है कि वो उत्तर प्रदेश में पार्टी के युवा चेहरे हैं लेकिन उनकी अनदेखी लगातार हो रही है, जिससे वो नाराज हैं। हाल ही में संसद में वो सोनिया गांधी से जिस प्यार और मोहब्बत से मिले उसने कुछ संकेत तो दे ही दिए थे और उनका ताजा रूख पार्टी लाइन के खिलाफ जाता स्पष्ट दिख रहा है।