अहमद पटेल मामले पर बोले मुख्तार - कांग्रेस का हाथ आतंकियों के साथ
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: गुजरात चुनाव से पहले सियासी माहौल बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। अब दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया है। पूर्व केन्द्रीय वित्तमंत्री पी चिदम्बरम ने पटेल के इस्तीफे की मांग को हैरान करने वाला बताया है।
मुम्बई में पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने अहमद पटेल के इस्तीफे की मांग पर हैरानी जताते हुए कहा, मैंने अपने दोस्तों से कुछ तथ्य जुटाए हैं। अहमद पटेल हॉस्पिटल के ट्रस्टी थे। मेरा मानना है कि 2015 में ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया या रिटायर हो गए। अब यदि कोई टेक्निशन के रूप में जॉइन करता है और उसका आईएस से जुड़ाव है तो 3 साल पहले के ट्रस्टी को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
नकवी ने कहा कि अहमद पटेल जिस अस्पताल से जुड़े हैं उसका एक कर्मचारी आतंकी निकला है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा बेहद गंभीर मामला है। हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं लेकिन सवाल उठना तो लाजिमी हैं।
नकवी ने कहा 'अब तक लोग कहते थे कि कांग्रेस का हाथ करप्शन के साथ लेकिन अब कह रहे हैं कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों के साथ।' केंद्रीय मंत्री नकवी ने ये भी कहा कि आतंकवाद से जुड़े कांग्रेस पार्टी के नेताओं के तार जुड़े है या नहीं इसका दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा ऐजंसियां इसकी जांच कर रही है। नकवी ने इस मामले में अहमद पटेल से जवाब भी मांगा है।
गौरतलब है कि गुजरात में गुरुवार को दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रूपाणी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पकड़ा गया एक आतंकी जिस अस्पताल में काम करता था, उसके कर्ताधर्ता अहमद पटेल हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
कांग्रेस बोली आरोप निराधार
वहीं रुपाणी के आरोप के बाद रणदीप सुरजेवाला ने अहमद पटेल का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और गुजरात के सीएम अपनी कमियों को छिपाने के लिए इस तरह के निराधार आरोप लगा रहे हैं। वहीं गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा, अगर कोई गुनहगार है, आतंकवादी है, देश के खिलाफ काम कर रहा है तो ऐसे लोगों को फांसी की सजा दी जाए। आप लोग राजनीति ना करें, देश नीति करें और आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई करें।