राहुल को क्यों लगता है कि मोदी जी की हगप्लोमेसी से 'बात नहीं बनी'!
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक खास अपील की है। उन्होंने प्रधानमंत्री की हगप्लोमैसी को लेकर ट्विट किया है। मामला लश्कर फंडिंग केस में पाक सेना को अमेरिका की ओर से क्लीन चिट और हाफिज सईद का है। राहुल ने अपने ट्विटर हैंडल पर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा, ‘नरेंद्रभाई बात नहीं बनी, आतंक का मास्टरमाइंड आजाद हो गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लश्कर फंडिंग मामले में पाक सेना को क्लीन चिट दे दी। ट्रंप को गले लगाने की नीति काम नहीं आई. अभी और गले लगाने की जरूरत है।’
Narendrabhai, बात नहीं बनी. Terror mastermind is free. President Trump just delinked Pak military funding from LeT. Hugplomacy fail. More hugs urgently needed.https://t.co/U8Bg2vlZqw
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 25, 2017
राहुल गांधी इन दिनों केंद्र सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक हैं। एक भी मौका सोशल मीडिया या फिर सावर्जनिक संबोधनों में हाथ से निकलने नहीं दे रहें हैं। बीते शुक्रवार को ही पाकिस्तान की अदालत ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को जेल से रिहा कर दिया। हाफिज सईद की रिहाई के बाद भारत और तमाम देशों ने सईद की रिहाई पर कड़ी आपत्ति जताई थी। लश्कर फंडिंग मामले में भारत को अमेरिका से बहुत उम्मीद थी, लेकिन अमेरिका ने भारत को इस पर जोरदार झटका दिया है। इसी मुद्दे को लेकर राहुल गांधी पीएम मोदी पर निशाना साधा रहे हैं।
हाफिज सईद की रिहाई पर अमेरिका का रवैया बेहद लचीला है। हाफिज ने रिहा होते ही कहा था कि भारत के अनुरोध पर अमेरिका के दबाव में उसे हिरासत में लिया गया था। हाफिज का जेल से बाहर आना भारत और अमेरिका जैसे देशों के लिए कड़ी चुनौती से कम नहीं है।
हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस ने पाकिस्तान को 70 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद देने का फैसला भी किया था। साथ ही आतंकी संगठन लश्कर से पाक सेना को फंडिंग मामले में भी अमेरिका ने क्लीन चिट दी है।
हालांकि रिहाई के बाद अमेरिका की तरफ से बयान आया है जिसमें उसने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक हाफिज सईद की नजरबंदी से रिहाई को लेकर वह चिंतित है और उसने पाकिस्तान से कहा कि सईद की आतंकी गतिविधियों के लिए उसे गिरफ्तार किया जाए और आरोपित किया जाए। बता दें कि जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर इनाम घोषित कर रखा है। मगर उसे लाहौर उच्च न्यायालय के एक आदेश पर 10 महीने की नजरबंदी बाद गुरुवार की आधी रात के बाद रिहा कर दिया गया।