अगले चुनाव में PM मोदी से मुकाबला करने के लिए राहुल तैयार
सत्ता विमर्श डेस्क
कैलिफॉर्निया : अमेरिका के दौरे पर गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह (भारतीय समयानुसार) बर्कले के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में छात्रों को संबोधित करते हुए भारत की ताकत के बारे में समझाया और देश के विकास को लेकर अपना विजन रखा। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने विदेशी धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा पर भी वार किया। राहुल ने दावा किया कि देश में सांप्रदायिक और ध्रुवीकरण करने वाली ताकतें सिर उठा रही हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इस दौरान पहली बार कहा है कि अगर पार्टी कहेगी तो वह प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनने को तैयार हैं। अपने संबोधन में राहुल ने यह भी स्वीकार किया कि 2012 में कांग्रेस पार्टी में अभिमान आ गया था और पार्टी ने जनता से संवाद कम कर दिया, जिसके चलते आम लोगों से पार्टी दूर हो गई।
"Non-violence allowed India to rise together. It's the idea that'll take humanity forward"
Congress VP Rahul Gandhi at @UCBerkeley. #RGinUS pic.twitter.com/UY2m9J1C11— Congress (@INCIndia) September 12, 2017
राहुल गांधी ने कहा, 'वास्तव में भारत में अधिकांश पार्टियों के अंदर वंशवाद की समस्या है। इसलिए सिर्फ हम पर ही मत जाइए। अखिलेश यादव डायनेस्ट (सत्ताधारी परिवारों के वंशज), स्टालिन भी डायनेस्ट हैं। धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर भी डायनेस्ट हैं। यहां तक कि अभिषेक बच्चन भी डायनेस्ट हैं... भारत इस तरह से चल रहा है। इसलिए मेरा मतलब है, सिर्फ मुझ पर मत जाएं। पूरा देश ऐसे ही चल रहा है। अंबानी अपना बिजनेस चला रहे हैं और इन्फोसिस में भी यही चल रहा है तो भारत में यह चल रहा है। लेकिन मैं कांग्रेस पार्टी में बदलाव चाहता हूं। अगर आप कांग्रेस पार्टी में देखें तो बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो वंशवाद की देन नहीं हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके पिता, दादा, दादी या परदादा राजनीति में रहे हैं। वे भी हैं। मैं इस बारे में कुछ कर नहीं सकता हूं। असली सवाल यह है कि जो शख्स है, क्या वह सक्षम है? क्या वह संवेदनशील है?
दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या को याद करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कोई भी हिंसा को उनसे बेहतर नहीं समझ सकता है। मैंने अपनी दादी और अपने पिता को हिंसा में खो दिया। अगर मैं हिंसा को नहीं समझूंगा तो कौन समझेगा? अहिंसा के विचार पर आज हमले हो रहे हैं, फिर भी आज यही एक विचार है जो मानवता को आगे लेकर जा सकता है. उन्होंने कहा कि घृणा, क्रोध और हिंसा हमें तबाह कर देगा. ध्रुवीकरण की राजनीति बेहद खतरनाक है
राहुल ने कहा कि देश ने बीते 70 साल में जितनी तरक्की हासिल की है, उसकी विकास की रफ्तार को भारत में सिर उठा रहे ध्रुवीकरण, नफरत की राजनीति मंद कर सकते हैं। राहुल ने कहा कि लिबरल जर्नलिस्ट्स की हत्या की जा रही है, दलितों को पीटा जा रहा है, मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल ने कहा, 'अहिंसा का आइडिया आज खतरे में है। यही विचार है, जो मानवता को आगे ले जा सकता है। नफरत, गुस्सा और हिंसा हमें बर्बाद कर सकता है। ध्रुवीकरण की राजनीति बेहद खतरनाक है।'
राहुल ने नोटबंदी के फैसले की जमकर निंदा की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी लागू करने के लिए चीफ इकनॉमिक एडवाइजर या संसद तक की राय लेनी जरूरी नहीं समझी गई। राहुल के मुताबिक, नोटबंदी की वजह से जीडीपी में दो पर्सेंट की गिरावट आई। भारत में न तो नई नौकरियां बिलकुल पैदा हो रही हैं, और न ही आर्थिक विकास रफ्तार पकड़ पा रहा है। वहीं, अर्थव्यवस्था को लेकर किए गए कुछ गलत फैसलों की वजह से किसानों की आत्महत्या की रफ्तार में बेतहाशा इजाफा हुआ है। राहुल ने चेतावनी दी कि हाल में सरकार की ओर से लिए गए आर्थिक फैसलों से पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था के पटरी से उतर जाने का खतरा है।
राहुल ने स्टूडेंट्स के सवालों का भी जवाब दिया। सिखों के साथ हिंसा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी दादी सिखों से बेहद प्यार करती थीं और एक वक्त उनके घर में काफी सिख थे। राहुल ने कहा कि उन्होंने हिंसा की वजह से ही अपनी दादी और बाद में पिता को खोया है। ऐसे में अगर वह हिंसा के प्रभाव को नहीं समझेंगे तो कोई और क्या समझेगा? उन्होंने कहा कि वह लोगों को न्याय दिलाने और हिंसा के विरोध के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।
राहुल गांधी ने भाजपा की सोशल मीडिया विंग पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'भाजपा की एक मशीनरी है, जहां 1000 लोग कम्प्यूटर्स पर बैठे हैं और आपको मेरे बारे में बताएंगे। गजब की मशीनरी है। वह मेरे बारे में अपमानजनक बातें फैलाते हैं। यह ऑपरेशन वह महानुभाव चलाते हैं, जो देश चला रहे हैं।' राहुल ने यह भी बताया कि वह पर्दे के पीछे 9 साल तक पीएम मनमोहन सिंह, पी. चिदंबरम, जयराम रमेश और अन्य नेताओं के साथ कश्मीर मुद्दे पर काम करते रहे। राहुल के मुताबिक, जब उन्होंने शुरुआत की तो कश्मीर में आतंकवाद पसरा पड़ा था, लेकिन जब उन्होंने काम पूरा किया तो शांति कायम हुई। उन्होंने आतंकवाद की कमर तोड़ दी।
घाटी में बढ़ते आतंकवाद के लिए राहुल ने मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, 'पीडीपी राजनीति में युवाओं को लाने के मामले में आगे रही है, लेकिन जिस दिन से पीएम मोदी ने पीडीपी से गठबंधन किया, उन्होंने पार्टी को तबाह कर दिया।' राहुल ने कहा, 'उन्होंने (पीएम मोदी ने) घाटी में आतंकियों के लिए जगह फिर से पैदा कर दी। आप घाटी में बढ़ती हिंसा देख सकते हैं।' राहुल ने मोदी की तारीफ भी की और कहा कि पीएम मोदी हमसे बेहतर कम्यूनिकेटर हैं।