कुलभूषण जाधव मुद्दे की गूंज लोकसभा में भी, राजनाथ बोले मिलेगा इंसाफ तो कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: लोकसभा में भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की फांसी की गूंज सुनाई दी। पाकिस्तान में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा दिए जाने का विरोध सभी दलों ने एक स्वर में किया। कांग्रेस ने इसे लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे पर कहा कि अगर जाधव को बचाया नहीं जा सका तो यह भारत सरकार की कमजोरी होगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को उस वक्त यह मामला उठाना चाहिए था कि जब वह अचानक पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर पहुंच गए थे।
खड़गे ने लोकसभा में कहा, 'अगर जाधव को फांसी दी गई, तो यह हत्या ही समझी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जाधव मामले में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन नहीं किया, उन्हें वकील तक मुहैया कराने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत को इस पर प्रतिक्रिया की ताकत दिखानी चाहिए।' खड़गे ने पीएम मोदी के नवाज के परिवार की शादी में जाने को लेकर सरकार निशाना साधा और कहा कि पीएम को यह मुद्दा उठाना चाहिए था। खड़गे के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ। खड़गे के बयान पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि मामले पर राजनीति न करें। जाधव के साथ पूरा देश खड़ा है।
AIMIM सासंद असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस सजा की मुखालफत की। उन्होंने कहा कि सरकार को गंभीरता से इस पर सोचना चाहिए। जाधव को बचाने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। जाधव को धोखा देकर पाकिस्तान पकड़कर लाया गया। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले पर कदम उठाए। उन्होंने पाकिस्तान को बनाना स्टेट बताया, जहां बिना किसी सुबूत के ही आरोप सिद्ध कर दिया गया। शिवसेना ने भी सरकार से गंभीर प्रयास करने की अपील की है। शिवसेना की मनीषा कायन्दे ने कहा कि सरकार को ये मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाना चाहिए।
विपक्ष के सवालों के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की कार्रवाई को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि जाधव के पास वैध वीजा था तो फिर वो कैसे जासूस हो सकता है? उन्होंने बताया कि जाधव के लिए वकील तक मुहैया नहीं कराया गया। इस मसले को लेकर भारत गंभीर है और भारत जाधव को इंसाफ दिलाने की हर मुमकिन कोशिश करेगा।
इस बीच खुद पाकिस्तान के अधिकारी भी इस मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। भारत में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित से मीडिया ने जब इस संबंध में बात करनी चाही तो वह सवालों से बचते हुए बिना कुछ कहे ही निकल गए।
कुलभूषण जाधव को फांसी
दरअसल, पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि रॉ के एजेंट और नेवी अफसर कमांडर कुलभूषण सुधीर जाधव को उर्फ हुसैन मुबारक पटेल के मौत सुनाई गई है। उन पर पाकिस्तान के खिलाफ विध्वंसक गतिविधियां चलाने और जासूसी करने का आरोप था। भारत ने इन सभी आरोपों को खारिज किया था। पाकिस्तानी सेना ने ट्विटर बताया है कि एक खुफिया ऑपरेशन में जाधव को 3 मार्च को मशकेल (बलूचिस्तान) से गिरफ्तार किया गया था।
जाधव पर पाकिस्तान आर्मी एक्ट के फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल के जरिये मुकदमा चलाया गया और मौत की सजा सुनाई गई। इस सजा को सोमवार को आर्मी चीफ जनरल कमर अहमद बाजवा ने कन्फर्म किया है। यह भी बताया गया कि जाधव पर सभी आरोप साबित हुए हैं। उन्होंने मैजिस्ट्रेट और कोर्ट के सामने कबूल किया कि रॉ ने उन्हें विध्वंसक और जासूसी गतिविधियों को प्लान करने, कोऑर्डिनेट करने और ऑर्गनाइज करने की जिम्मेदारी दी थी।