मुफ्ती के विवादित बयान पर संसद में भारी हंगामा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की ओर से राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पाकिस्तान को श्रेय देने संबंधी बयान को लेकर सोमवार को राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस ने मुफ्ती मोहम्मद के बयान पर एक संसदीय प्रस्ताव लाने की मांग की, जबकि सरकार और भाजपा ने खुद को इस बयान से अलग कर लिया।
कांग्रेस ने इस मुद्दे को संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह जोर-शोर से उठाया। पार्टी ने भाजपा से भी इस संबंध में सवाल पूछे, क्योंकि भाजपा जम्मू कश्मीर में सरकार का हिस्सा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान देने की मांग की। मोदी रविवार को सईद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे और मंच पर गले भी मिले थे। कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने बाद में विरोध जताते हुए सदन का बहिष्कार कर दिया।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के उस बयान से केंद्र सरकार और भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है, जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न होने का श्रेय आतंकवादी गुटों और पाकिस्तान को दिया था।
लोकसभा में विपक्षी सांसदों की ओर से अवरोध उत्पन्न करते समय राजनाथ ने कहा कि वह इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने के बाद सदन में आए हैं। राजनाथ ने कहा कि मैं जो कुछ भी कह रहा हूं, वह प्रधानमंत्री के साथ विवेचना करने और उनकी सहमति के बाद कह रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं शांतिपूर्ण चुनाव का श्रेय निर्वाचन आयोग, सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों को देना चाहता हूं। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के बीच कोई गुप्त वार्ता और किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई थी।
इस मामले की गूंज राज्यसभा में भी सुनाई दी। कांग्रेस के सदस्य शांताराम नाइक ने कहा कि सईद के बयान ने देश के लोगों को आहत किया है। नाइक ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान बहुत ही विवादास्पद है और इससे पूरे देश की भावनाएं आहत हुई हैं। नाइक के बयान के बीच अन्य विपक्षी दलों के नेता 'शेम-शेम' के नारे लगा रहे थे।
लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार को जम्मू एवं कश्मीर के नए मुख्यमंत्री को उनके विवादास्पद बयान के लिए नोटिस भेजने का प्रस्ताव लाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'उन्हें पता चलेगा कि पूरा सदन उनके बयान के खिलाफ है। शांतिपूर्ण चुनाव राज्य की जनता और सरकार के अधिकारियों के कारण संपन्न हो पाए हैं, लेकिन उनका कहना है कि यह पाकिस्तान की वजह से है।
खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री को सामने आना चाहिए और मुफ्ती मोहम्मद सईद के इस बयान की निंदा करनी चाहिए। आखिर मुख्यमंत्री सईद ने प्रधानमंत्री मोदी से क्या कहा है? यह देश में साफ होना चाहिए। समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव ने भी इस संबंध में प्रधानमंत्री से बयान देने की मांग की।