'न्यूयॉर्क टाइम्स को खबर लेकिन मंत्री जी को नहीं'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: राज्यसभा में आज राजस्थान में गाय खरीद कर ले जा रहे मुस्लिम लोगों की पिटाई के मुद्दे पर चर्चा हुई। बहस के दौरान जहां सत्ता पक्ष ने मामले को जबरदस्ती तूल दिए जाने पर ऐतराज जताया वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने विभिन्न विदेशी अखबारों में छपी खबरों के हवाले से इसे गंभीर मुद्दा बताया।
केन्द्र सरकार की ओर से संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने स्पष्टीकरण दिया तो दूसरी ओर से नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने मोर्चा संभाला। एक सवाल के जवाब में नकवी ने कहा- जिस तरह की घटना पेश की जा रही है ऐसी कोई घटना जमीन पर नहीं हुई है। इस पर सख्त ऐतराज जताते हुए गुलाम नबी ने कहा- मुझे कष्ट है कि मंत्री जी इतने बेखबर हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स तक तक को इसकी जानकारी है लेकिन मंत्रीजी को इसका पता ही नहीं।
दरअसल, गौ-रक्षकों से जुड़े एक समूह ने राजस्थान के अलवर में कई लोगों पर हमला किया था। इनकी इस बेरहमी से पिटाई की गई कि एक व्यक्ति की इलाज़ के दौरान मौत हो गई। घटना 1 अप्रैल की है जब हरियाणा के रहने वाले 15 लोग छह गाड़ियों में गायों को लेकर जा रहे थे। उसी दौरान गौ तस्करी के संदेह में बहरोड के पास इन पर हमला कर दिया गया। मारपीट के दौरान 55 साल के पहलू खान को गंभीर चोट लगी और इलाज के दौरान 3 अप्रैल को उनकी मौत हो गई।
बहरोर पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बताया कि ये गौ-रक्षक विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के साथ जुड़े हैं और उन्होंने उन 15 लोगों पर आऱोप लगाया कि वह अवैध रुप से गायों को लेकर जा रहे थे। 5 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया जिनमें से पहलू खान की मौत हो गई। आपको बता दें कि इस घटना की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।
पीड़ितों ने बताया कि वह गायों को खरीद कर ला रहे थे और उनके पास इससे संबंधित सभी दस्तावेज भी थे लेकिन गौ-रक्षकों ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें मारना शुरु कर दिया और उनसे 35000 रुपये भी ले गये। पुलिस ने बताया कि गौ-रक्षकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर दी गई है। हालांकि, ट्रांसपोर्टरों को राजस्थान बोवाइन पशु एक्ट 1995 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।