कांग्रेस के समर्थन में विपक्ष ने किया संसद का बहिष्कार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: लोकसभा से 25 सांसदों को निलंबित किए जाने का विरोध कांग्रेस पार्टी ने संसद के बाहर किया, तो उसके समर्थन में संसद की कार्यवाही का बहिष्कार पूरे विपक्ष ने किया। इनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), जनता दल (युनाइटेड), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी (सपा) शामिल रहीं।
सपा, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा वाम के सदस्य मंगलवार सुबह सदन में उपस्थित थे, लेकिन कांग्रेस सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाने की अध्यक्ष से मंजूरी न मिलने के बाद उन्होंने सदन से बहिर्गमन किया।
यहां तक कि जो पार्टियां कार्यवाही के दौरान दिन भर उपस्थित रहीं, उन्होंने भी अध्यक्ष के रुख का विरोध किया।
दूसरी ओर संसद के बाहर, कांग्रेस ने मंगलवार को महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने धरना दिया। इस प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने की। कांग्रेस के सभी सांसद हाथों में काली पट्टी बांधे हुए थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। समाजवादी पार्टी के सांसदों ने भी इसमें हिस्सा लिया।
सांसदों के निलंबन के खिलाफ पांच दिनों तक नौ विपक्षी पार्टियां लोकसभा की कार्यवाही के बहिष्कार कर रही हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ही साफ कर दिया था कि तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, जेडीयू, आरजेडी, मुस्लिम लीग, आम आदमी पार्टी और लेफ्ट पार्टियां लोकसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं होंगी। वहीं लोकसभा अध्यक्ष की कार्रवाई पर नाराजगी दिखाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है।
दरअसल, कांग्रेस ललितगेट और व्यापमं के मुद्दे पर मंत्रियों के इस्तीफ़े की मांग पर अड़ी है। कांग्रेस के सांसद सदन में काली पट्टी बांधकर और हाथ में तख़्तियां लेकर आ रहे हैं। लगातार नारेबाज़ी कर रहे हैं, जिससे सदन में कार्यवाही नहीं हो पा रही है।