दिवंगत सांसद को श्रद्धांजलि देने के साथ ही लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: बहुप्रतिक्षित संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया। हालांकि दिवंगत टीएमसी सांसद सुल्तान अहमद को श्रद्धांजलि देने के साथ ही लोकसभा की कार्यवाही आगामी 18 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई है। वहीं राज्यसभा में जनता दल युनाइटेड के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और अनवर अली की सदन से बर्खास्तगी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। जिसके बाद नवर्निवाचित स्पीकर वेंकैया नायडू ने कार्यवाही को दोपहर तक स्थगित कर दिया।
इससे पहले लोकसभा में नए मंत्रियों का परिचय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कराया। पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास समेत कई मंत्री इस फेहरिस्त में शामिल थे। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी ने सकारात्मक और अच्छी बहस की आशा की। उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं की संसद में सकारात्मक बहस होगी, देश लाभान्वित होगा और प्रजातंत्र मज़बूत होगा। संसद के समय का सदुपयोग होगा।
हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनावों की गहमागहमी के बीच आहूत इस सत्र के हंगामेदार होने की पूरी गुंजाइश है। कांग्रेस इस सत्र में मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर चुकी है। लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे सवालों का जवाब नहीं मिला। ना प्रधानमंत्री और ना कोई मंत्री सवालों के जवाब में कुछ बोला। सरकार का रवैया लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति पर पाकिस्तान के साथ मिलकर गुजरात चुनाव के लिए साजिश करने का आरोप लगाया है। पीएम मोदी को संसद में सफाई देनी चाहिए।
राज्यसभा में शोर शराबा
राज्यसभा में जदयू नेता शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता रद्द होने पर विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि महागठबंधन की बैठक में था, हमने तय किया था कि नीतीश कुमार ही हमारे सीएम चेहरा होंगे, और वोट महागठबंधन के नाम पर मांगे जाएंगे। नीतीश कुमार ने वोट महागठबंधन के नाम पर मांगा और गठबंधन को तोड़कर चले गए।
14 दिन ही चलेगी संसद
15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलने वाला यह सत्र मात्र 22 दिनों का होगा जिसमें अगर छुट्टियों को हटा दें तो संसद सिर्फ 14 दिनों तक ही चलेगा। गुरुवार को जब शीतकालीन सत्र से पहले बुलाए जाने वाली सर्वदलीय बैठक हुई तो विपक्ष ने अपना इरादा साफ कर दिया, इसलिए हंगामे के आसार ज्यादा हैं। की कार्यवाही टीएमसी सांसद सुल्तान अहमद को श्रद्धांजलि देकर स्थगित हो सकती है.