जो ठीक नहीं वहां शिवसेना बोलेगी ही : उद्धव ठाकरे
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सामना को प्रदीर्घ लाइव साक्षात्कार दिया है। इस साक्षात्कार को उत्सफूर्त, बेबाक और उफान लाने वाला कहा जा सकता है। उद्धव ठाकरे का साक्षात्कार मतलब अन्याय पर वार और महाराष्ट्र द्वेषियों पर हमला। जीएसटी से लेकर नोटबंदी तक, चीन से लेकर कश्मीर तक और कर्जमुक्ति से लेकर भाजपा के व्यवहार को लेकर किए गए सवालों के उद्धव ठाकरे ने बेबाकी से जवाब दिए।
समाज के हर तबके का जीतेंगे दिल : योगी आदित्यनाथ
भाजपा के पक्ष में प्रबल बहुमत की तुरही बजाने के बाद उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सक्रियता और राहतकारी फैसलों की छांव में है। पाञ्चजन्य से इंटरव्यू में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि हम केन्द्र की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाएंगे ही, राज्य सरकार के स्तर पर भी इस प्रकार की योजनाओं को लेकर जाएंगे जिससे समाज का अंतिम व्यक्ति बिना भेदभाव के लाभ पा सके और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सके। एक बेहतर समन्वय करके शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएंगे ताकि समाज के हर तबके का दिल जीत सकें।
इंदिरा से मोदी की तुलना गलत : सोनिया गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का कहना है कि राजनीति के हर दौर में अलग-अलग चुनौतियां होती हैं। अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे से खास बातचीत में सोनिया गांधी ने कहा कि राजनीति में वक्त के हिसाब से चेहरे भी बदलते और उभरते हैं। मैं नहीं मानती कि इंदिरा गांधी की पीएम नरेंद्र मोदी से कोई तुलना है या तुलना की जानी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई की सोनिया गांधी से खास बातचीत के कुछ मुख्य अंश...
उन्हें हीरो बनाना बंद कीजिए, खुद शांत हो जाएंगे : PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'टाइम्स नाउ' को दिए इंटरव्यू में चैनल के एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी से लंबी बातचीत की। इसमें पीएम मोदी ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मोर्चों पर चुनौतियों के अलावा एनएसजी में भारत की विफलता, पाकिस्तान से संबंध और महंगाई जैसे मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी।
जानबूझ कर अधिक कठिन मार्ग चुना : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर संवाद एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने जानबूझ कर ‘लोकलुभावन रास्ता’ नहीं चुना और उसकी बजाय त्रुटिपूर्ण सरकारी मशीनरी को ठीक करने के लिए ‘अधिक कठिन मार्ग’ को अपनाया।
पीएम नरेंद्र मोदी : भारत को नहीं चाहिए तानाशाही
अमेरिका पत्रिका टाइम ने अपने कवर पेज पर 'वाई मोदी मैटर्स' शीर्षक के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भव्य तस्वीर प्रकाशित की है। इससे पहले भी मोदी को टाइम अपने कवर पेज पर दो बार जगह दे चुका है। पत्रिका ने मोदी सरकार के एक साल होने पर नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू प्रकाशित किया है।
डेमोक्रेटिक फ्रेमवर्क से कोई समझौता नहीं : नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने पहला साक्षात्कार अमेरिकी न्यूज चैनल CNN को दिया। रविवार को सीएनएन के हेड क्वार्टर से दुनिया के 80 देशों में इसका प्रसारण किया गया। पत्रकार फरीद जकारिया के एक सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि भारत को चीन बनने की जरूरत नहीं है।
'चुनाव का लहजा केमिस्ट्री में है अर्थमेटिक का नहीं'
भारत के प्रधानमंत्री बनने से पहले चुनाव प्रचार के दौरान एबीपी न्यूज चैनल के घोषणा पत्र कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने साफ-साफ कहा था कि ये चुनाव arithmatic का नहीं है। ये चुनाव 125 करोड़ लोगों के मन की chemistry का चुनाव है। Arithmatic में 1+1 होता है, chemistry में एक के बगल में एक 11 हो जाता है।
गुजरात दंगों के लिए मोदी हैं जिम्मेदार : राहुल
लोकसभा चुनाव-2014 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि यह चुनाव अब तक के सभी लोकसभा चुनावों से हटकर होगा। कांग्रेस उपाध्यक्ष को प्रचार की कमान सौंपी गई है। राहुल गांधी ने टाइम्स नॉउ के प्रधान संपादक अरनब गोस्वामी से अपने पहले टेलीविजन इंटरव्यू में खुलकर बात की।
कांग्रेस इस देश के डीएनए में है: राहुल
2004 में राहुल गांधी पहली बार संसद बने। सफर लंबा ही कहा जायेगा। इन नौ सालों में राहुल गांधी ने कभी भारतीय मिडिया में अपनी बात नहीं रखी। ऐसा पहली बार हुआ कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने खुलकर ,बेहिचक और मंझे हुए राजनीतिज्ञ की तरह अपनी बात कहने की कोशिश की।