लखनऊ से प्रकाशित हिन्दी दैनिक अश्वघोष ने पूरे किए 20 साल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ : हिन्दी दैनिक 'अश्वघोष' के 20 साल पूरे होने के मौके पर लखनऊ प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अखबार के विशेषांक- 'यूपी सरकार की सफलताओं के 16 महीने' का लोकार्पण कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया और यूपी अनूसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष और राज्यमंत्री बृजलाल ने भी शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सत्यनारायन (वाणिज्य कर आयुक्त- रिटायर्ड) ने की।
कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी तरक्की कर रहा है और विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि छात्र, किसान, मजदूर, महिलाएं, शोषित, वंचित, पीड़ित सभी लोगों के हित के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। ये सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग और तबके तक विकास कर रही है। उन्होंने कहा कि समाज को और बेहतर बनाने के लिए महिलाओं को आगे आकर प्रयास करने होंगे। अश्वघोष के विशेषांक की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि अखबार की कमान युवा संपादक के हाथों में है। युवा अगर इसी तरह अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे तो यकीनन देश को तरक्की करने से कोई नहीं रोक सकता।
लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि यह पहली सरकार है जो साफ-सफाई और नागरिक सुविधाओं के प्रति इतनी गंभीर है। भारत सरकार के स्वच्छता अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस पर गर्व महसूस करती हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस अभियान के प्रति गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में ना केवल साफ सफाई बल्कि नगर निगम के अंतर्गत आने वाली अन्य सेवाओं का पूरा लाभ जनता को मिले इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। अश्वघोष के विशेषांक के बारे में संयुक्ता भाटिया ने कहा कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन मीडिया के इस दौर में भी अखबार अपनी निष्पक्षता के कारण आगे बढ़ रहे हैं। अश्वघोष ने 20 सालों में अपनी अलग पहचान बनाई है।
राज्यमंत्री, यूपी अनूसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बृजलाल ने अपने संबोधन में कहा कि जब मैं डीजीपी था तब भी और उससे पहले भी मैंने हमेशा यही माना है कि पत्रकारों की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पत्रकार और पुलिस साथ में मिलकर जनता को जागरुक कर सकते हैं। पत्रकार सिस्टम को जवाबदेह बनाता है और यही कारण है कि मैं हमेशा पत्रकारों की भूमिका समाज में जरूरी मानता हूं। उन्होंने कहा कि अखबार समाज का आइना होते हैं। अखबार में छपी खबरें हमें बताती हैं कि हमारे आसपास क्या हो रहा है। अश्वघोष को मैं बधाई देता हूं कि 20 साल तक उसने समाज को जागरूक किया है। अब जिम्मेदारी और भी ज्यादा है क्योंकि सोशल मीडिया के इस दौर में सच की कीमत और भी अधिक है।
इस मौके पर अखबार के संस्थापक रमेश चंद्र गौतम और संपादक अनामिका ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्यनारायन ने की। कार्यक्रम में लखनऊ के तमाम दिग्गज मीडियाकर्मियों ने भी शिरकत की।