माइक्रोसॉफ्ट के नए CEO भारत के सत्या नडेला
न्यूयॉर्क : भारतीय मूल के अमेरिकी एग्जेक्युटिव सत्य नडेला माइक्रोसॉफ्ट के नए सीईओ चुन लिए गए हैं। इससे पहले वे माइक्रोसॉफ्ट में एक्सिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट थे। नडेला मौजूदा सीईओ स्टीव बॉमर की जगह लेंगे। वह माइक्रोसॉफ्ट के तीसरे सीईओ हैं।
सत्या का जन्म हैदराबाद में एक आईएएस ऑफिसर बीएन यंगाधर के यहां हुआ। सत्या ने अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से ली और इंजीनियरिंग की पढ़ाई मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मणिपाल कर्नाटक से पूरी की। इसके बाद अमेरिका जाकर सत्या ने एमएस इन कम्प्यूटर और एमबीए की डिग्री पूरी की।
नडेला ने 1992 में माइक्रोसॉप्ट ज्वॉइन किया। यहां उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट की ऑनलाइन सर्विस के लिए आर एंड डी विभाग के वाइस प्रसिडेंट के तौर पर काम किया। सत्या ने माइक्रोसॉफ्ट के कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म, डिलिवरी टूल्स और क्लाउड सर्विसेज को मजबूत बनाने में काफी योगदान दिया है।
माइक्रोसॉफ्ट में 21 साल के कार्यकाल में 44 साल के नडेला ने सर्वर ग्रुप से शुरुआत की थी। इसके बाद वह सॉफ्टवेयर डिविजन, ऑनलाइन सर्विसेज, आरऐंडडी, ऐडवर्टाइजिंग प्लेटफॉर्म में गए और हेड बनकर सर्वर डिविजन में लौटे। अभी नडेला क्लाउड सर्विसेज का कामकाज देखते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स ने कहा कि आज के इस बदलते दौर में सत्या नडेला से अच्छा अच्छा कोई व्यक्ति नहीं हो सकता जो माइक्रोसॉफ्ट का नेतृत्व कर सके। उनका कहना था कि सत्या में अच्छी इंजीनियरिंग स्किल्स के साथ-साथ एक लीडर होने की सारी खूबियां हैं। सत्या में लोगों को साथ लाने का हुनर और अच्छा बिजनेस विजन है। सत्या का टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल का विजन बिल्कुल वैसा है जैसा कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को चाहिए।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के पूर्व चेयरमैन रवि वेंकटेशन का कहना है कि नडेला माइक्रोसॉफ्ट में सबसे काबिल लोगों में से हैं। उनका कहना है, 'नडेला के पास एंटरप्राइज सेक्शन की महारत है, शायद वह कंज्यूमर ऐंड की चीजों को शायद ही अच्छी तरह हैंडल कर पाएं।' माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव कौल के मुताबिक, 'नडेला विजनरी लीडर हैं। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट बिजनस सर्विसेज को आकर्षक बनाया।' उन्होंने बताया कि नडेला ने पांच साल में इस बिजनस को 1.5 अरब डॉलर से बढ़ाकर 5 अरब डॉलर तक पहुंचा दिया था।
कंपनी का सीईओ बनने के कुछ और दावेदार भी थे। शुरुआत में सर्च कमेटी ने 40 लोगों की लिस्ट बनाई थी लेकिन बाद में उनमें से 5 दावेदारों को शार्टलिस्ट किया गया। इसमें तीन नाम उन लोगों के हैं जो पहले से कंपनी में अहम पदों पर तैनात हैं। माइक्रोसॉफ्ट के मौजूदा सीईओ स्टीव बॉल्मर ने कहा था कि वे 2014 में पद छोड़ देंगे। कंपनी एक साल के भीतर नया सीईओ नियुक्त कर ले। इसलिए माइक्रोसॉफ्ट की सर्च कमेटी नए सीईओ की तलाश में थी। (एजेंसियां)