भारतवंशी सीमा को मिली यूएस हेल्थकेयर की अहम जिम्मेदारी
डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन में स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित एक शीर्ष पद के लिए चुनी गईं भारतीय-अमेरिकी नागरिक सीमा वर्मा को उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने मंगलवार को शपथ दिलाई। सीमा ने अपने परिवार के सदस्यों की मौजदूगी में भगवदगीता पर हाथ रखकर शपथ ली। सीमा को 'मेडिकेयर एंड मेडिकेड सर्विसेज' का प्रशासक नियुक्ति किया गया है।
ब्रेन ड्रेन को ब्रेन गेन में बदलना हमारी प्राथमिकता है : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता प्रतिभा पलायन (ब्रेन ड्रेन) को प्रतिभा पाने (ब्रेन गेन) के रूप में बदलना है। प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम ने निवेश और अपनी विशेषज्ञता के योगदान के जरिए सबसे पहले भारत को विकसित करने का आग्रह भी किया।
डॉ. बरई और डॉ. शिवांगी को प्रवासी भारतीय सम्मान अवार्ड
भारतीय अमेरिकियों डॉक्टर भरत बरई और डॉक्टर संपत शिवांगी को प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान अवार्ड के लिए चुना गया है। दूसरे देशों में रहने वाले भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों को दिया जाने वाला यह सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।
भारतीय मूल के अमेरिकी राजीव शाह होंगे अब रॉकेफेलर फाउंडेशन के अध्यक्ष
यूएसएड के पूर्व प्रमुख राजीव जे शाह रॉकेफेलर फाउंडेशन के अध्यक्ष होंगे। यह संगठन परोपकार कार्यों से जुड़े अमेरिका के सबसे बड़े एवं सबसे प्रभावशाली संगठनों में से एक है। शाह समूह का नेतृत्व करने वाले सबसे युवा व्यक्ति एवं पहले भारतीय अमेरिकी होंगे। शाह (43) ने कल ट्विटर पर लिखा, ‘रॉकेफेलर फाउंडेशन का अगला अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर खुश एवं गौरवान्वित हूं।’
एनआरआई को पुराने नोट बदलवाने के लिए लेने होंगे प्रमाण पत्र
अप्रवासी भारतीय तथा विदेश गए भारतीयों को तीन से छह महीने की मिली मोहलत में 25 हजार रुपये तक के पुराने नोट बदलवाने के लिए हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों को दिखाकर इसका प्रमाण लेना होगा। वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना में सोमवार को इसकी जानकारी दी गई है। इसके अनुसार रिजर्व बैंक की चुनिंदा शाखाओं में ही पुराने नोटों को बदला जा सकेगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के मूल देशों में भारत नम्बर 1
हाल में हुए एक अध्ययन में बनाई गई अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के मूल देशों की सूची में भारत को शीर्ष स्थान पर रखा गया है। 1.56 करोड़ भारतीय विदेशों में रह रहे हैं। अध्ययन करने वाले प्यू रिसर्च ने कहा है कि वैश्विक जनसंख्या में 3.3 प्रतिशत लोग अंतरराष्ट्रीय प्रवासी हैं।
दिल्ली और लखनऊ की पढ़ी सविता, अमेरिका में बनी मेयर
अमेरिका में इन दिनों भारतीय कामयाबी की रोज नई इबारत लिख रहें हैं। इसी कड़ी में नाम जुड़ा है सविता वैद्यनाथन का। जिन्हें अमेरिका में मेयर पद के लिए चुना गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी भारतीय मूल की अमेरिकी महिला ने ये पद हासिल किया है। खास बात ये कि सविता ने स्नातक तक की पढ़ाई भारत में ही की है।
ट्रंप के ‘इनॉग्रेशन कमेटी’ में एक और इण्डियन
डोनाल्ड ट्रम्प कई मौकों पर भारत के प्रति प्रेम दर्शा चुके हैं। उनकी टीम में भी भारतीय मूल के लोगों को तरजीह दी जाती रही है। अब इस टीम के हिस्से शलभ 'शल्ली' कुमार भी हैं। उन्होंने अमेरिकी के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव अभियान में हिंदुओं को लामबंद करने में अहम भूमिका निभाई थी, और शायद उन्हें इसी का उपहार मिला है।
अमेरिका: भारतीय मूल की 'हिजाबी महिला' राहिला ने जीता चुनाव
अमेरिका के मैरीलैंड स्टेट में भारतीय मूल की मुस्लिम महिला राहीला अहमद स्थानीय चुनाव में विजयी रहीं। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से अमेरिका में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार की घटनाओं में तेजी आई है। ऐसे में मुस्लिम विरोधी लोगों की बहुलता वाले मैरीलैंड में उनकी जीत बेहद महत्वपूर्ण है। जीत के बाद राहिला ने कहा कि -ये युवा हिजाबी महिला की जीत है, जो अमेरिका की जिंदादिली को बयान करती है।
अमेरिकी 'देसी लहर' में जीते कमला, प्रमिला और राजा
डोनाल्ड ट्रम्प की ऐतिहासिक जीत के साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस और प्रमिला जयपाल ने भी इतिहास रच डाला है। कमला सिनेट के लिए जबकि प्रमिला जयपाल वॉशिंगटन राज्य से निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई हैं। दोनों ही ऐसा करने वाली पहली भारतीयवंशी अमेरिकी हैं।