तेरे सामने आस्मां और भी हैं
15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने के साथ ही भारत के नेताओं ने देश की प्रगति और विकास का सुनहरा सपना देखा। देश ने कई मंजिले पार की और कई नए कीर्तिमान गढ़े। लेकिन मंजिल पर मुकाम खत्म नहीं होती है। अभी रास्ता बाकी है। चुनौतियां और भी है।
यकीन मानिए! महंगाई भाग खड़ी होगी।
नरेंद्र मोदी चुनाव के समय अपने भाषणों में एक बात अक्सर कहते थे कि देश में रियल टाइम कमोडिटी के आंकड़े होने चाहिए। अब चूंकि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं तो इसे तुरंत अमल में लाया जाना चाहिए। यकीन मानिए! महंगाई इससे भाग खड़ी होगी।
ये उत्तर प्रदेश का चरित्र है!
किसी भी समुदाय, समाज की व्याख्या उसके नायकों के आधार पर ही की गई है। पहले राजे-रजवाड़े, नवाब होते थे। अब लोकतंत्र है। इसलिए चुनकर जो आ जाए वही नायक होता है। चुनकर कैसे आया ये मुद्दा नहीं है। उसी के चरित्र से समुदाय, समाज, राज्य और देश का चरित्र तय होता है। आज उत्तर प्रदेश का चरित्र तय हो रहा है।
कांग्रेस की हार, कौन जिम्मेदार
आम चुनाव-2014 में कांग्रेस की बुरी पराजय क्यों हुई? पराजय के बाद पार्टी के अंदर से लगातार विरोधी आवाजें उठ रहीं हैं। ये आवाजें पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र के लिए बेहद अहम हैं, बशर्ते कांग्रेस हाईकमान अपना अभिमान त्याग कर इसपर ईमानदारी से आत्ममंथन करे।
जातिवादी राजनीति का शीर्षासन या फिर से...
नरेंद्र मोदी की राजनीति ने चुनाव के परिणामों से देश में धर्म और जाति की राजनीति का शीर्षासन जरूर करा दिया है। लेकिन बिहार की राजनीति में एक बार फिर से महादलित को मुख्यमंत्री बनाकर जिस तरह से नीतीश और लालू एक मंच पर आ गए हैं, कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।
अद्भुत और ऐतिहासिक चुनाव
16वीं लोकसभा के गठन के लिए आम चुनाव-2014 संपन्न हो चुका है। तीखे आरोप-प्रत्यारोप, निजी प्रहार और आमजन से जुड़े मुद्दों को किनारे लगाता यह चुनाव कई मायनों में अद्भुत और ऐतिहासिक है, कहना गलत नहीं होगा। यह अद्भुत और ऐतिहासिक चुनाव भारतीय लोकतंत्र को मजबूती की ओर ले जाने में मददगार साबित होगा।
व्यापक, अभिनव और संतोषजनक
नरेंद्र मोदी कहते हैं, मैं जब पूरे प्रचार अभियान पर नजर डालता हूं तो मेरे मन में तीन शब्द आते हैं- व्यापक, अभिनव और संतोषजनक! हमने अपने प्रचार अभियान के दौरान सुशासन और विकास के एजेंडा को भारत के हर कोने तक पहुंचाने का प्रयास किया। देश के लोग एक बेहतर भविष्य चाहते हैं।
काबा-ए-हिन्दुस्तान से मोदी ने मांगा आशीर्वाद
भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र भाई मोदी ने नामांकन से पहले अपने ब्लॉग के जरिए काशीवासियों के लोगों तक अपनी बात पहुंचाई। बाबा विश्वनाथ की नगरी से उन्होंने आशीर्वाद और शुभकामनाएं मांगी ताकि वो काशी की उम्मीदों पर खरे उतर सकें। मोदी ने हर उस मुद्दे का समाधान सुझाने की कोशिश की है जिससे बनारसी जूझ रहा है और उसका निपटारा चाहता है। वाराणसी के बारे में मोदी ने मार्क ट्वेन की बात का उल्लेख किया है जिसमें कहा गया है, 'वाराणसी इतिहास से भी पुरातन है, परम्पराओं से भी पुराना है, किंवदंतियों से भी प्राचीन है और अगर इन सभी को एक साथ रख दिया जाए तो उनसे भी कहीं अधिक पुराना है।'
बीजेपी मैनिफेस्टो : बेहतर भारत का दस्तावेज
भाजपा के घोषणा पत्र में जिस तरह से राष्ट्र, राष्ट्रीय और राष्ट्रीयता को जगह दी गई है वो शानदार है। इकोनॉमिक नेशनलिज्म (आर्थिक राष्ट्रवाद), नेशनल लैंड यूज पॉलिसी (राष्ट्रीय भूमि प्रयोग नीति) भारतीय जनता पार्टी के पार्टी विद डिफरेंस वाली लाइन को मजबूती से आगे बढ़ाता है।
किसानों को ऋण माफी का लाभ सीधे दे सरकार
आरबीआई की एक विशेष समिति ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण व्यवस्था की मजबूती को किसानों को ऋण माफी का लाभ और अन्य सुविधाएं दी जानी चाहिए। आरबीआई कमेटी ऑन कम्प्रीहेंसिव फाईनेंसियल सर्विसेस फॉर स्माल बिजीनेसेस एंड लो इन्कम हाउसहोल्ड (सीसीएफएस) की एक रिपोर्ट में यह सिफारिश की है।