योगी के गोरखपुर में मचा कोहराम, मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई ठप होने से 32 बच्चों की मौत
सत्ता विमर्श ब्यूरो
गोरखपुर : बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई ठप होने से 32 मासूम मौत की आगोश में समा गए। ये घटना उसी गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज की है, जहां से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि 69 लाख रुपये का भुगतान न होने की वजह से फर्म ने ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी थी। लिक्विड ऑक्सीजन गुरुवार से ही बंद थी और शुक्रवार को ऑक्सीजन सिलेंडर भी खत्म हो गए। इंसेफेलाइटिस वार्ड में मरीजों ने दो घंटे तक अम्बू बैग का सहारा लिया।
इस खबर के सूचना फैलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में शुक्रवार सुबह एक बैठक भी की गई, जिसमें जिले के कई अधिकारी शामिल हुए। बैठक में बांसगांव से भाजपा सांसद कमलेश पासवान भी मौजूद थे। बैठक से बाहर आने के बाद भाजपा सांसद कमलेश पासवान ने कहा- मुझे 30 मौतों की जानकारी दी गई है जिसमें 23 अन्य और 7 बाल रोग के मरीज हैं।
अस्पताल प्रबंधन की इस बड़ी लापरवाही के चलते 20 बच्चों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। मेडिकल कालेज के नेहरु अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म का 69 लाख रुपए का भुगतान बकाया था जिसके चलते गुरुवार शाम को फर्म ने अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक दी थी। गुरुवार से ही मेडिकल कालेज में जम्बो सिलेंडरों से गैस की आपूर्ति की जा रही थी। बीआरडी मेडिकल कालेज में दो साल पहले लिक्विड आक्सीजन का प्लांट लगाया गया था। इसके जरिए इंसेफेलाइटिस वार्ड सहित करीब 300 मरीजों को पाइप के जरिए आक्सीजन दी जाती है।
शुक्रवार सुबह सात बजे आक्सीजन पूरी तरह खत्म हो जाने के चलते इंसेफेलाइटिस वार्ड में करीब दो घंटे तक मरीजों को अम्बू बैग के सहारे रहना पड़ा। 12 बजे कुछ सिलेंडर पहुंचे लेकिन इंसेफेलाइटिस इमरजेंसी वार्ड में अभी भी सिलेंडरों की क्राइसिस बनी हुई है। इंसेफेलाइटिस के वार्ड नंबर 100 में हर डेढ़ घंटे में 16 सिलेंडर खर्च हो रहे हैं। चारों तरफ अफरातफरी मची हुई है।