अपनी दवा को जानिए : 'नो योर मेडिसिन' कैंपेन शुरू
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने वाली संस्था 'स्वस्थ भारत ट्रस्ट' ने शुक्रवार को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान से 'नो योर मेडिसन' कैंपेन की शुरुआत की। स्वस्थ भारत अभियान के संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि मरीज को अपनी दवाओं के बारे में जानने का हक है और जानकारी होनी भी चाहिए क्योंकि यह आपकी जिंदगी को आगे बढ़ाती है और इसमें डॉक्टरों, फार्मासिस्टों तथा सरकार की भूमिका अहम है। खासकर इस संबंध में कड़े कानूनों के बनाए जाने और ठीक से उन्हें लागू किए जाने की जरूरत है।
आशुतोष के मुताबिक, फिलहाल तो डॉक्टरों द्वारा लिखी गयी पर्चियों पर दवाओं का नाम तक स्पष्ट नहीं होता है और सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र तक के अस्पतालों में डॉक्टरों के पास मरीजों से बात करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होता ताकि वे मरीजों को दवा के बारे में समझा सकें।
आशुतोष ने कहा कि यह स्थिति देश के स्वास्थ्य जगत के हितों के प्रतिकूल है और इसमें शीघ्र सुधार की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य के बारे मे जागरूक रहना व अपने मित्रों को जागरूक करना हमारा कर्तव्य है। यदि हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो खुद के प्रति ही नहीं, परिवार, समाज और देश प्रति भी अन्याय कर रहे हैं। इसी को लेकर यह कैंपेन शुरू किया गया है। कैंपेन का टैग लाइन ही अपनी दवा को जानो हो।
वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा कि लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना अत्यन्त आवश्यक है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. मनीष ने कहा कि हमें यदि अपने शरीर को स्वस्थ रखना है तो दवाओं का प्रयोग अनुशासित तरीके से करना होगा। सिम्पैथी के निदेशक डॉ. आर.कांत ने भी दवाइयों के बढ़ते दुरुपयोग पर अपनी चिंता जाहिर की। वरिष्ठ स्वास्थ्य पत्रकार धनंजय, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह और कुमार संजॉय सिंह ने देश में स्वास्थ्य चिंतन की धारा को तीव्र करने पर जोर दिया।
कैंपेन में 'नो योर मेडिसन' पर बनाई गई लघु फिल्म भी लॉन्च की गई। अभिनेत्री 'संचिता बनर्जी' ने कहा कि 'स्वस्थ भारत ट्रस्ट' की यह पहल स्वागत योग्य है। इस फिल्म में काम करके मुझे बहुत सुकुन मिला। इस फिल्म से हम समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना चाहते हैं। संचिता ने कहा, स्वास्थ्य हमारा सबसे बड़ा धन है, इसे बचाना जरूरी है। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से अपनी दवा को जानना जरूरी है। अपनी दवाइयों को जरूर जानिए।