जागो सरकार जागो : महाराष्ट्र में सड़कों पर दूध बहा रहे हैं किसान
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुंबई : महाराष्ट्र के किसान हड़ताल पर हैं, क्योंकि उन्हें कृषि से जुड़े जरूरी सामान न मिल पाने से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कर्जमाफी नहीं होने से आर्थिक रूप से लगातार कमजोर होने से जिंदगी तक खतरे में है। किसानों के विरोध की आवाज का आलम यह है कि वो अब सड़कों पर दूध बहा रहे हैं और सब्जियां फेंक रहे हैं।
कर्जमाफी और अन्य मुद्दों पर मुख्यमंत्री से बातचीत विफल रहने के बाद किसानों ने मंगलवार को फैसला किया था कि वह बाजारों में सब्जियां और दूध नहीं बेचेंगे। बुधवार रात से इस हड़ताल का असर दिखने लगा है। सब्जियां और दूध ले जा रही गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं हैं, बाजारों तक माल पहुंचने नहीं दिया जा रहा है। किसान सड़कों पर दूध सब्जियां फेंकते और कंटेनरों से दूध बहाते नजर आ रहे हैं।
किसानों की ये मांगे जिसकी सरकार कर रही अनदेखी
- किसानों के सभी कर्ज माफ किए जाएं
- स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू की जाएं
- खेती के लिए बिना ब्याज के कर्ज मिले
- 60 साल के उम्र वाले किसानों को पेंशन दी जाए
- दूध के दाम प्रति लीटर 50 रुपये किया जाए
मंगलवार रात किसान क्रांति जन आंदोलन कोर कमेटी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच सरकारी आवास पर बातचीत हुई थी। बैठक में किसानों ने मुख्यमंत्री से पूर्ण कर्जमाफी की मांग की, जिसपर मुख्यमंत्री ने एक महीने का वक्त मांगा। दो घंटे की बैठक में मुख्यमंत्री अपनी उपलब्धियां गिनाते रहे।
#WATCH: Milk spilled on road in Shirdi as farmers go on indefinite strike in Maharashtra. pic.twitter.com/sjVpFLBuMZ
— ANI (@ANI_news) June 1, 2017
किसानों का कहना था, 'सरकार ने किसानों के लिए क्या-क्या किया है और अगले दो साल में सरकार क्या करने वाली है, बताया गया, लेकिन हमें कर्ज माफी की मांग पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दे सके। इस वजह से हम लोग बैठक को बीच में छोड़कर बाहर चले आए। ऐसे में हमने तय किया कि हम हड़ताल पर जाएंगे।'