ATM निकासी की लिमिट के नाम पर रिजर्व बैंक ने आम आदमी को फिर किया गुमराह
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद आम जनमानस की दिक्कतों के मद्देनजर एक ओर सरकार तो दूसरी ओर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया राहत देने की जुगत में हैं। अब इसी राहत के नाम पर RBI ने लोगों को गुमराह करने का काम किया है। RBI ने एक फरमान जारी किया है। जिसके मुताबिक कैश निकासी की तय सीमा अब खत्म कर दी गई है। यानी पहले अगर आप 10000 रुपए तक निकाल सकते थे तो अब आप 24000 तक की रकम की निकासी कर सकते हैं। लेकिन ये सीमा केवल बचत खातों पर लागू होगी।
बता दें कि 16 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक एटीएम से पैसे निकालने की सीमा प्रतिदिन 4500 रुपए से बढ़ाकर रोजाना 10,000 रुपए कर दिया था। हालांकि रिजर्व बैंक ने सप्ताह में 24,000 रुपए निकासी की सीमा को बरकरार रखा है। यानी बचत बैंक खातों से अब एक दिन में एटीएम से अधिकतम 24000 रुपये तक की निकासी की जा सकती है। यह सीमा केवल बचत खातों (सेविंग अकाउंट) को लेकर है। केंद्रीय बैंक ने इसके साथ ही वादा किया है कि प्रणाली में नकदी लौटने की गति को ध्यान में रखते हुए वह साप्ताहिक सीमा पर भी भविष्य में फिर से विचार करेगा।
आरबीआई की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि चालू खातों, कैश क्रेडिट (Cash Credit) खातों और ओवरड्राफ्ट (Over draft) खातों से निकासी पर लागू प्रतिबंध हटा लिया गया है, साथ ही एटीएम से निकासी सीमा भी समाप्त कर दी गई है, लेकिन बचत खातों पर लगाई गई निकासी सीमा हटाने के बारे में आगे विचार किया जाएगा।
केंद्रीय बैंक ने कहा है, ‘बाजार में गयी नकदी के बैंक में लौटने की गति की समीक्षा करने के बाद पूर्व की स्थिति को आंशिक रूप से बहाल करने का फैसला किया गया है।’ इसके अनुसार एक फरवरी 2017 से एटीएम से नकदी निकासी की दैनिक सीमा नहीं रहेगी। हालांकि बैंकों से अपनी अपनी निकासी सीमा तय करने को कहा गया है जैसा कि वे 8 नवंबर 2016 से पहले कर रहे थे।
सरकार ने उसी इसी दिन 1000 और 500 रुपये मूल्य के पुराने नोटों पर पाबंदी की घोषणा करते हुए नकदी निकासी पर विभिन्न तरह के प्रतिबंध लगाए थे। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने चालू खातों, नकदी ऋण खातों व ओवर ड्राफ्ट खातों से नकदी निकासी की सारी सीमाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का फैसला किया है। इसके अनुसार, ‘बचत बैंक खातों पर सीमाएं फिलहाल जारी रहेंगी और निकट भविष्य में इन्हें हटाने पर विचार किया जा रहा है।’