जंतर-मंतर पर फिर उमड़े तमिलनाडु के किसान, अय्यर ने दिया साथ
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है और ऐसे में सड़क से लेकर संसद तक किसानों के मुद्दे सुनाई दे रहे हैं। तमिलनाडु के किसान एक बार फिर जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे हैं। इस बार इन किसानों का दर्द बांटने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर भी पहुंचे।
मणिशंकर अय्यर ने कहा, 'ये मजबूर और गरीब किसान दिल्ली और चेन्नई के बीच भटक रहे हैं। लेकिन कोई भी इनकी समस्याएं नहीं सुन रहा है। इसलिए वे यहां फिर आए हैं।' मालूम हो कि अपनी समस्याओं की ओर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए इससे पहले 41 दिनों तक तमिलनाडु के किसानों ने नरमुंड और मानव अस्थियों के साथ प्रदर्शन किया था। तब ये किसान 41 दिनों तक आंदोलन के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के आश्वासन पर लौट गए थे।
पिछले तीन दिनों से तमिलनाडु के ये किसान फिर से जंतर मंतर पर हैं और आत्महत्या कर चुके किसानों के कंकाल के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आंदोलन की अगुआई कर रहे पी. अय्याकन्नू का कहना है, ‘तमिलनाडु में पिछले 140 सालों में सबसे खराब सूखा पड़ा है। पिछले चार महीने में करीब 400 किसानों ने खुदकुशी कर ली है। उनकी फसलें बर्बाद हो गई थीं। सूखा राहत के नाम पर सरकार ने हमें 3000 रुपये दिए हैं। इतने में हमारा गुजारा कैसे चलेगा। हम यहां पर उन किसानों का कंकाल लेकर आए हैं जिन्होंने पिछले दिनों आत्महत्या की है। हम यह दिखाना चाहते हैं कि केंद्र सरकार हमारी मदद करने में असफल रही है। हमारे हाथ में कटोरा है जो यह बताता है कि हम किसानों के पास अब कुछ नहीं बचा है।’