किसानों की आत्महत्या पर वेंकैया के विवादित बोल; कहा- फैशन बन गया है कर्ज माफी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : कर्जमाफी समेत अन्य मांगों के समर्थन में चलाए जा रहे किसान आंदोलन और किसानों की आत्महत्या को लेकर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने विवादित बयान दिया है। वेंकैयान ने गुरुवार को कहा कि कृषि कर्ज माफी आजकल फैशन बन गया है। कर्ज माफी होनी चाहिए लेकिन सिर्फ विशेष परिस्थितियों में। किसानों की बेहतरी के लिए कर्ज माफी अंतिम समाधान नहीं है।
वेंकैया नायडू के इस विवादित बयान की माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कड़ी आलोचना की और कहा कि पिछले तीन सालों में 36 से 40 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं। कर्ज माफी को फैशन कहना किसानों का अपमान है।
महाराष्ट्र के नासिक जिले में बुधवार को चार किसानों ने आत्महत्या कर ली। बुधवार को ही राजस्थान में एक किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। मध्य प्रदेश में दो और किसानों की आत्महत्या के बाद मंदसौर की घटना से लेकर अब तक आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 17 हो गई है। राजस्थान, केरल, तमिलनाडु और पंजाब में भी किसानों के आत्महत्या करने की ख़बरें आई हैं।
उधर, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किसान कर्ज माफी और फ़सलों के उचित मूल्य की मांग को लेकर फिर से सड़क पर उतर आए हैं और आंदोलन शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र में आज कई जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों ने वाहनों को आग लगा दी। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में किसानों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों ने एक से दस जून अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था. इस दौरान मप्र के मंदसौर में छह जून को आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने गोली चला दी थी जिसमें छह किसान मारे गए थे. पूरे देश में ताबड़तोड़ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकारों की तरफ से कोई ठोस उपाय का क़दम नहीं उठाया जा रहा है।