नीति आयोग के हैल्थ इंडेक्स में उत्तर प्रदेश की सेहत सबसे खराब
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : नीति आयोग द्वारा शुक्रवार को देश भर के राज्यों का स्वास्थ्य सूचकांक जारी किया गया। इसमें बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर रहा जबकि केरल शीर्ष पर। केरल के बाद पंजाब, तमिलनाडु और गुजरात को रखा गया है। इस सूचकांक में सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को जगह दी गई है।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने शुक्रवार को 'हेल्दी स्टेट्स, प्रोग्रेसिव इंडिया' शीर्षक वाली रिपोर्ट जारी की जिसमें स्वास्थ्य सूचकांक पर राज्यों की यह रैंकिंग दी गयी है। नीति आयोग में सलाहकार और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आलोक कुमार के नेतृत्व में आयोग के अधिकारियों के दल ने विश्व बैंक, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा विशेषज्ञों की मदद से इस इंडेक्स को तैयार किया है।
स्वास्थ्य सूचकांक के लिहाज से खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान, बिहार और ओडिशा का नंबर आता है। वहीं, अच्छा प्रदर्शन करने वाले छोटे राज्यों में मिजोरम पहले स्थान पर है। उसके बाद मणिपुर व गोवा हैं। केंद्र शासित प्रदेशों में लक्षद्वीप अव्वल रहा। 21 बड़े राज्यों में श्रेष्ठ आने वाले केरल को 76.55 अंक मिले जबकि अंतिम पायदान पर रहे उत्तर प्रदेश को 33.69 अंक मिले।
उत्तर प्रदेश का यह स्कोर बड़े व छोटे राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में न्यूनतम है। उत्तर प्रदेश के लिए संतोष की बात यह हो सकती है कि बीते वर्ष उसका स्कोर 28.14 था जो इस बार 5.55 अंक सुधरा है। इसके बावजूद भी यह देश में अब भी सबसे नीचे है। बड़े राज्यों की बात करें तो अच्छा प्रदर्शन करने के मामले में दूसरे पायदान पर रहने वाले पंजाब को 65.21 अंक मिले हैं तो तीसरे पायादान पर रहे तमिलनाडु को 63.38 अंक मिले हैं। निचले से दूसरे पायदान पर रहने वाले राजस्थान को 36.79 अंक मिले हैं और तीसरा बुरा प्रदर्शन करने वाले बिहार को 38.46 अंक दिए गए हैं।
नीति आयोग द्वारा जारी ‘हेल्दी स्टेट्स प्रोग्रेसिव इंडिया’ नामक यह रिपोर्ट 2015-16 की अवधि के लिए तीन श्रेणियों बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में देश को विभाजित करते हुए बनाई गई थी। यह रिपोर्ट राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए प्रदर्शन का आकलन करने और उसे रैंक देने की केंद्र सरकार की एक कवायद है।
नवजात मृत्यु दर (आइएमआर) और मैटरनल मॉर्टिलिटी रेट (एमएमआर) जैसे स्वास्थ्य संकेतकों के वर्ष 2015-16 के आंकड़ों के आधार पर बनायी गई इस हैल्थ इंडेक्स पर 21 बड़े राज्यों, आठ छोटे राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों की तीन अलग-अलग श्रेणियों में रैंकिंग की गयी है। विश्व बैंक के भारत निदेशक जुनैद अहमद ने कहा कि दुनिया में भारत पहला ऐसा देश है जिसने राज्यों के स्तर पर इस तरह का इंडेक्स तैयार किया है। अन्य किसी भी देश में ऐसा उदाहरण नहीं मिलता। इससे सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य सूचकांक पर बड़े राज्यों की रैंकिंग इस प्रकार से है...
राज्य रैंक
केरल 1
पंजाब 2
तमिलनाडु 3
गुजरात 4
हिमाचल प्रदेश 5
महाराष्ट्र 6
जम्मू कमश्मीर 7
आंध्र प्रदेश 8
कर्नाटक 9
पश्चिम बंगाल 10
तेलंगाना 11
छत्तीसगढ़ 12
हरियाणा 13
झारखंड 14
उत्तराखंड 15
असम 16
मध्यम प्रदेश 17
उड़ीसा 18
बिहार 19
राजस्थान 20
उत्तर प्रदेश 21
संघ शासित क्षेत्रों की रैंकिंग
संघीय क्षेत्र रैंक
लक्षद्वीप 1
चंडीगढ़ 2
दिल्ली 3
अंडमान निकोबार 4
पुदुचेरी 5
दमन एवं द्वीव 6
दादरा नगर हवेली 7