योगी के शासन में भी उत्तर प्रदेश में कम नहीं हुआ गुण्डा 'राज'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपराध को लेकर काफी सजग हैं। तभी तो आते ही उन्होंने ऐलान कर दिया कि अपराधियों के लिए अब राह आसान नहीं रहेगी और वो जो अपराध करना नहीं छोड़ सकते प्रदेश छोड़कर जा सकते हैं। सख्त कानून का पैमाना यही होता है कि अपराधियों में अपराध के नतीजों को लेकर खौफ पैदा कर दिया जाए। इतना कि वो किसी भी वारदात को करने से पहले सौ बार सोचें। लेकिन लगता है उत्तर प्रदेश में गुण्डाराज खत्म करने के ऐलान के साथ आई सरकार अब तक लगाम लगाने में नाकामयाब रही है।
घर खरीददारों के लिए राम राज! अमल में आया रियल एस्टेट कानून
आज मजदूर दिवस है और आज का दिन एक अदद घर का सपना देखने वालों के लिए खुशी का दिन साबित होगा। नौ साल के लंबे इंतजार के बाद सोमवार 1 मई 2017 से रियल एस्टेट रेग्युलेशन एक्ट (आरईआरए) एक साथ पूरे देश में लागू हो गया है। शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू का कहना है कि 'रियल एस्टेट सेक्टर में यह एक नए युग की शुरुआत है। एक मई से कानून लागू होने के बाद खरीददार वाकई में राजा बन जाएगा।
सुकमा में भीषण नक्सली हमले में CRPF के 25 जवान शहीद, रणनीति बनाने में जुटे पीएम मोदी और राजनाथ
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने घात लगाकर किए गए हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 25 जवानों को मौत के घाट उतार दिया। हमले में छह जवान घायल भी हैं और कुछ लापता भी हैं। ये सभी जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भीषण घटना पर शोक जताते हुए कहा, शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
ये कैसी मजबूरी? तमिलनाडु के किसानों ने जंतर मंतर पर किया अब मूत्र पान
स्वतंत्र भारत के इतिहास में शायद पहली बार होगा कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी अन्नदाताओं ने सभी हदें पार कर ली होगीं। जंतर मंतर पर विगत 40 दिनों से अजीबो गरीब तरीकों से बात रखने वाले तमिलनाडु के सूखा ग्रसित किसानों ने शनिवार को सरकार को जगाने के लिए यही किया। उन्होंने मूत्र पान किया। अपनी तरह का ये अहिंसक आंदोलन अब चरम पर है। अपनी मांगों को लेकर अड़े ये किसान अनोखे तरीके से अपना दर्द बयान कर रहें हैं।
जागो सरकार जागो : देश में हर घंटे एक स्टूडेंट कर रहा है खुदकुशी
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के वर्ष 2015 के आंकड़ों में झांके तो भारत में हर घंटे एक छात्र आत्महत्या करता है। वर्ष 2015 में, 8,934 छात्रों द्वारा आत्महत्या के मामले दर्ज हुए हैं। 2015 तक पांच साल में, 39,775 छात्रों ने अपनी जान ली है। आत्महत्या की कोशिशों की संख्या तो इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है। इनमें से कई का तो दुनिया को पता तक नहीं चल पाता है।
जागो सरकार जागो : किसान पिता के कर्ज का बोझ नहीं सह पाई लातूर की बेटी और...
सुनने में अजीब सा तो लगता है लेकिन यह सच है कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लातूर की एक 20 साल की बेटी को डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए 1 करोड़ का इनाम दिया, वहीं दूसरी ओर जिले की एक 20 साल की बेटी कुएं में कूदकर इसलिए अपनी जान दे दी, क्योंकि उसके किसान पिता पर कर्ज का इतना बोझ था कि उसकी शादी के लिए पैसे नहीं जुटा पा रहे थे। शीतल वायाल नाम की इस युवती ने 3 साल पहले ही स्कूल की पढ़ाई पूरी की थी।
मोदी राज में अटल जी का अपमान, 'राष्ट्रधर्म' की मान्यता खत्म
अगर मोदी सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठतम नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के द्वारा शुरू की गई 'राष्ट्रधर्म' पत्रिका के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जिंदा रहते उनके राष्ट्रधर्म को अपमान का घूंट पीना पड़ेगा। डीएवीपी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से प्रकाशित मासिक पत्रिका राष्ट्रधर्म की मान्यता रद्द कर दी है।
दादा ने पूछा- क्या उनको गुरमेहर में अपनी बेटी नहीं नजर आती?
गुरमेहर कौर को जो कहना था, जो समझाना था उसने साफगोई से कह डाला। उतनी ही शालीनता का परिचय तब भी दिया जब खुद को उस एबीवीपी विरोधी अभियान से अलग किया जिसे लेकर उन पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे थे। अब गुरमेहर के दादा और करगिल शहीद के पिता कंवलजीत सिंह ने बड़ी सादगी से अपनी पोती को बख्श देने की गुजारिश की है। उन्होंने राजनीतिज्ञों से, दिल से सरल सा सवाल किया है। पूछा है पिता को खो देने वाली उस युवती को देखकर क्या नेताओं को अपनी बेटी नजर नहीं आती?
ATM निकासी की लिमिट के नाम पर रिजर्व बैंक ने आम आदमी को फिर किया गुमराह
नोटबंदी के बाद आम जनमानस की दिक्कतों के मद्देनजर एक ओर सरकार तो दूसरी ओर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया राहत देने की जुगत में हैं। अब इसी राहत के नाम पर RBI ने लोगों को गुमराह करने का काम किया है। RBI ने एक फरमान जारी किया है। जिसके मुताबिक कैश निकासी की तय सीमा अब खत्म कर दी गई है। यानी पहले अगर आप 10000 रुपए तक निकाल सकते थे तो अब आप 24000 तक की रकम की निकासी कर सकते हैं। लेकिन ये सीमा केवल बचत खातों पर लागू होगी।
बिग बाजार के कारिंदे धज्जियां उड़ाते रहे और पत्रकार शर्मसार होता रहा
नोटबंदी का साईड इफेक्ट कहें या कुछ और। लेकिन साहब इन दिनों अपना सामान खरीदवाने के लिए क्या छोटे, क्या बड़े शोरूम वाले, सब हर तरह की तरकीबें लगा रहें हैं। प्यार, दुलार से कोई नहीं पट रहा तो गुंडई से भी काम लिया जा रहा है। ऐसा ही एक वाकया 20 दिसंबर की शाम जीआईपी मॉल (नोएडा सेक्टर-18) के 'बिग बाजार' स्टोर में सामने आया। यहां एक युवा पत्रकार ललित फुलेरा को बुरी तरह जलील किया गया।