बिहार में नीतीश की नई कैबिनेट में अपराधियों की भरमार, 29 में से 22 मंत्री हैं दागदार
सत्ता विमर्श डेस्क
नई दिल्ली : बिहार की नई नवेली नीतीश कैबिनेट (एनडीए सरकार) अपराधिक रिकॉर्ड के मंत्रियों से भरी-पड़ी है। एनडीए की नीतीश सरकार में शामिल तीन-चौथाई मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में इस तथ्य का खुलासा किया गया है।
एडीआर की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बिहार कैबिनेट में 29 मंत्रियों में 22 मंत्री ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और इनमें भी नौ मंत्री ऐसे हैं जिनके विरुद्ध गंभीर प्रकृति के आपराधिक मामले हैं। इन मंत्रियों ने स्वयं अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमों का ब्योरा चुनाव आयोग को सौंपा है। एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि एनडीए के नए मंत्रिमंडल में शामिल नौ मंत्री महज आठवीं से 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की है। साथ ही 29 में 18 मंत्रियों ने स्नातक और उससे ऊपर की शिक्षा ग्रहण की है। मंत्रिमंडल में सिर्फ एक महिला को स्थान दिया गया है। महागठबंधन की सरकार में दो महिलाओं को जगह दी गई थी।
दिलचस्प बात यह है कि नीतीश कुमार की लालू यादव के साथ महागठबंधन वाली कैबिनेट में 19 मंत्री यानी 68 फीसदी मंत्री ही आरोपी थे। नीतीश कुमार के इस नए कैबिनेट के 22 दागी मंत्रियों में से 9 मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों का जिक्र किया है. इतना ही नहीं जेडीयू से नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों के खिलाफ हत्या की कोशिश में धारा 307 के तहत मामले दर्ज हैं। कई मंत्रियों के खिलाफ डकैती, चोरी, धोखाधड़ी, और महिलाओं के खिलाफ हिंसा जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
नीतीश की कैबिनेट में 21 मंत्री यानी लगभग 72 फ़ीसदी मंत्री करोड़पति हैं जबकि पिछली सरकार में 22 यानी लगभग 79 फीसदी मंत्री करोड़पति थे। चुनाव आयोग में दाखिल किए गए हलफनामे के मुताबिक नीतीश कुमार के कुल मंत्रियों की औसत संपत्ति लगभग 2.46 करोड़ है। कैबिनेट मंत्री और लखीसराय से भाजपा के करोड़पति विधायक की कुल संपत्ति 15.50 करोड़ है। वहीं मुजफ्फरपुर से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार ने अपनी कुल संपत्ति 11 करोड़ बताई है। मुंगेर से जेडीयू विधायक और मंत्री राजीव रंजन सिंह की कुल संपत्ति 5 करोड़ दर्ज है।