मणिपुर विधानसभा चुनाव के नतीजे : जानिए! कौन आगे और कौन पीछे
मणिपुर विधानसभा चुनाव 2017 के तहत 60 सीटों के लिए दो चरणों (4 मार्च और 8 मार्च) में संपन्न हुए चुनावों के नतीजे किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं दे रहे हैं, हालांकि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर कांग्रेस उभरी है। कांग्रेस ने यहां 28 सीटों पर जीत हासिल की है, तो भाजपा ने भी अब तक का अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 21 सीटें अपने नाम की है। नगा पीपुल्स फ्रंट को 3 और नेशनल पीपुल्स पार्टी को भी 3 सीटें, 1 सीट लोकजनशक्ति पार्टी और एक निर्दलीय को मिली हैं।
काशी का किस्सा : बिगड़े दूध से कितना मक्खन निकाल पाएंगे मोदी?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन से काशी प्रवास पर हैं। मोदी के रोड शो से पूरी काशी नगरी केसरिया रंग में रंग गया है। चुनाव विशेषज्ञ तो यहां तक कह रहे हैं कि जितनी भीड़ पीएम मोदी के रोड शो में दिखी है अगर वह वोट में परिवर्तित हो जाता है तो कम से कम वाराणसी लोकसभा के सभी विधानसभाओं में तो भाजपा की जीत पक्की समझिए। लेकिन आरएसएस की मानें तो, कोशिश यह की जा रही है कि बिगड़े दूध से जो भी मक्खन निकल सके, उसे निकाल लिया जाए।
जानिए! मणिपुर विधानसभा चुनाव 2017 के बारे में प्रमुख तथ्य
भारतीय निर्वाचन आयोग की घोषणा के मुताबिक 60 सदस्यों वाले मणिपुर विधानसभा के लिए दो चरणों 4 मार्च 2017 को 38 सीटों और 8 मार्च 2017 को 22 सीटों पर दो चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। 11 मार्च को चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी। 18 मार्च तक प्रदेश में सरकार का गठन कर दिया जाएगा। इससे पहले यहां 2012 में विधानसभा चुनाव कराए गए थे।
जानिए! उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 के बारे में प्रमुख तथ्य
भारतीय निर्वाचन आयोग ने उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा क्षेत्र में 15 फरवरी 2017 को एक चरण में चुनाव की घोषणा की है। 11 मार्च को अन्य राज्यों के साथ ही उत्तराखंड में भी मतगणना कराई जाएगी और दोपहर बाद नतीजे की घोषणा कर दी जाएगी। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और अखिल भारतीय कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है। इस चुनाव में प्रमुख पार्टियों में अखिल भारतीय कांग्रेस, और भारतीय जनता पार्टी है।
मुश्किल में मुसलमान ; बसपा को चुनें या अखिलेश-राहुल का दें साथ
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने यह बयान देकर सबको चौंका दिया था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का रवैया मुस्लिम विरोधी है। नेताजी के इस बयान के बाद यह मान लिया गया था कि राजनीतिक रूप से अहम उप्र विधानसभा चुनाव में अखिलेश की सपा को मुस्लिम मतदाताओं का साथ नहीं मिलेगा। लेकिन अखिलेश तो पहले ही तय कर चुके थे कि मुस्लिम मतदाताओं को हमें किस तरह से अपने साथ लाना है और 'यूपी को ये साथ पसंद है' (सपा-कांग्रेस गठजोड़) का नारा देकर बिगड़ते समीकरण को अपने पक्ष में कर लिया।
जानिए! उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के बारे में प्रमुख तथ्य
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2017 के तहत 403 सीटों के लिए सात चरणों (11 फरवरी से 8 मार्च) में चुनाव संपन्न होगा। 11 मार्च को नतीजे सामने आ जाएंगे। उत्तर प्रदेश जनसंख्या के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार इसके पड़ोसी राज्य हैं। प्रदेश मे जिलों की संख्या 75 तथा 18 मंडल हैं। प्रदेश से सर्वाधिक लोकसभा (80) व राज्यसभा (31) के सदस्य चुने जाते हैं। कुल 403 विधानसभा और 99 विधानपरिषद सीटें हैं।
जानिए! गोवा विधानसभा चुनाव 2017 के बारे में प्रमुख तथ्य
भारतीय निर्वाचन आयोग की घोषणा के मुताबिक 40 सदस्यों वाले गोवा विधानसभा के लिए एक चरण में 4 फरवरी 2017 को चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। 11 मार्च को चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी। 18 मार्च 2017 को वर्तमान विधानसभा की अवधि समाप्त होने जा रही है इसलिए उम्मीद की जा रही है इससे पहले प्रदेश में सरकार का गठन कर लिया जाएगा।
जानिए! पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 के बारे में प्रमुख तथ्य
विधानसभा चुनावों का बिगुल फूंकने के साथ ही अर्नगर्ल और विवादित बयानों की झड़ी सी लग गई है। इस बार भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश राणा के बोल बिगड़े हैं और उनका इस बयान का वीडियो सोशल साइट पर छाया हुआ है। नेताजी जोश में जीतने पर कर्फ्यू लगाने की बात कर रहें हैं। अब इस बड़बोलेपन का खामियाजा उन्हें और उनकी पार्टी को उठाना पड़ सकता है।
24 साल पहले मुलायम ने रचा था इतिहास, अब अखिलेश की बारी
समाजवादी पार्टी की स्थापना के बाद तत्कालीन सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने के लिए जो प्रयोग 1993 में किया था, अखिलेश यादव 24 साल बाद 2017 के चुनाव में वही प्रयोग दोहरा रहे हैं। फर्क बस इतना है कि उस समय नेताजी मुलायम सिंह यादव ने बसपा के साथ गठबंधन किया था और इस बार अखिलेश ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है।
'टीपू' सुल्तान की जिंदगी में आई डिंपल तो...
सांसद डिंपल यादव का आज जन्मदिन है। जी हां! जिस दिन अखिलेश अपनी राजनीतिक बुआ मायावती को जन्मदिन की बधाई देते हैं उसी दिन वह अपनी डिंपल का भी जन्मदिन मनाते हैं। अखिलेश की जिंदगी में डिंपल एक पत्नी के रूप में तो अहम हैं ही, उनकी राजनीतिक जिंदगी में भी डिंपल काफी लकी रही हैं। प्रेम विवाह करने वाले अखिलेश ने मुख्यमंत्री बनने के बाद एक इंटरव्यू में कहा था कि शादी होते ही उनकी किस्मत बदल गई थी। डिंपल का उनकी जिंदगी में आना काफी भाग्यशाली रहा।