अहमद पटेल जीत को लेकर आश्वस्त, बोले 16 अतिरिक्त विधायक हमारे साथ
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अहमदाबाद/ नई दिल्ली: राज्यसभा चुनावों के लिए अब कुछ ही घण्टों का वक्त शेष है। इसके साथ ही कयासबाजी और राजनीतिक गुणा भाग का खेल भी शुरु हो गया है। कांग्रेस ने पार्टी में भीतरघात से बचने के लिए अपने सभी 44 विधायकों को बेंगलुरु भेज दिया था जहाँ से वे सोमवार सुबह ही लौटे। इन विधायकों को चुनाव होने तक आणंद के एक रिसार्ट में रखा गया है। इस बीच कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटेल ने जीत का दावा किया है। उन्होंने अपने विधायकों पर पर पूरा भरोसा जताने के साथ ही NCP के समर्थन का भी दावा किया है। उनकी पार्टी भी अपने अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार की जीत को लेकर आश्वस्त है।
मिली जानकारी के अनुसार अहमद पटेल ने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि हमारे पास 16 अतिरिक्त विधायक हैं। उन्होंने अपने विधायकों पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने अपने को लक्ष्य बनाने के प्रति अनभिज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि एनसीपी ने हमें समर्थन करने का एलान किया है और इसके लिए व्हिप भी जारी करेंगे।
बता दें कि विधान सभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक शैलेष परमार ने बताया कि शाम को अहमद पटेल विधायकों के साथ रिजॉर्ट में मुलाकात करेंगे। जबकि विधायक शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी के एकजुट होने की बात करते हुए कहा कि बीजेपी किसी विधायक को नहीं धमका सकती है। हमारे साथियों को खरीदना संभव नहीं है। उल्लेखनीय है कि इस बार राज्यसभा चुनाव में मत पत्र में NOTA विकल्प का इस्तेमाल किया जाएगा।
वहीं पार्टी ने भी भरोसा जताया है कि अहमद पटेल जीत हासिल कर लेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा- वे जनाधार का अपमान करने के लिए सभी कोशिशें कर सकते हैं..लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि अहमद पटेल जीतेंगे। सुरजेवाला ने कहा- जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है। यह विधानसभा चुनाव में साबित हो जाएगा। भाजपा गुजरात में हार को लेकर चिंतित है, इसलिए वे राजनीति को नीचे गिराने की अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा- लेकिन वे (भाजपा) चाहे जितनी साजिश रचें, कांग्रेस सच के रास्ते पर चलेगी और जीतेगी। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने टिप्पणी की है कि उनकी पार्टी को गुजरात में अपने समर्थन को लेकर अभी निर्णय लेना है। इस बारे में पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा- जब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है तो हम नहीं समझते कि हमें किसी अन्य नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।