कांग्रेस ने वाघेला समेत 14 विधायकों को किया निष्कासित
सत्ता विमर्श ब्यूरो
गांधीनगर: पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी व्हिप को नजरअंदाज करने के कारण कांग्रेस ने गुजरात के अपने 14 विधायकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। दिग्गज नेता अहमद पटेल की मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में जीत के दूसरे ही दिन ही इन्हें निष्कासित कर दिया गया। इनमें शंकर सिंह वाघेला और उनके बेटे महेंद्र सिंह वाघेला शामिल हैं। शंकर सिंह पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। लेकिन विधायक होने के चलते विधानसभा में वे तकनीकी तौर पर कांग्रेस के सदस्य थे। बुधवार को पहले पार्टी ने अपने 8 विधायकों को ही बाहर किया था और बाकी को निकालने के संकेत दिए थे। बाद में 14 पर मुहर लग गई।
ये कार्रवाई कांग्रेस सांसद अहमद पटेल की राज्यसभा सदस्यता को लेकर बागी तेवरों को देखते हुए लिया गया। कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग के चलते एक सीट पर चुनाव लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा दिलचस्प हो गया था। ये सीट पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई थी, जो अंततः आधे वोट से जीती गई। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि इन विधायकों ने चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी के पक्ष में वोट दिया था
कांग्रेस के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत ने बताया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। उन्होंने इन विधायकों द्वारा पार्टी व्हीप का पालन ना करने को निष्कासन की अहम वजह बताया। इन्हें छह साल के लिए निकाला गया है।
इनमें राघोजी पटेल और भोलाभाई गोहिल भी शामिल हैं। जिनके वोट को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था। इनके अलावा बर्खास्त किए गए विधायकों में शंकर सिंह वाघेला, उनके बेटे महेंद्र सिंह वाघेला, धर्मेंद्र जडेजा, पी के राउलजी, अमित चौधरी, करण पटेल शामिल हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल ने इस बीच पार्टी के बाकी विधायकों और कार्यकर्ताओं से आने वाले विधानसभा चुनाव में 125 सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल करने के लिए कमर कसने को कहा है।