तमिलनाडु: जयललिता की सेहत पर हाईकोर्ट ने मांगा सरकार से जवाब
सत्ता विमर्श ब्यूरो
तमिलनाडु: जयललिता की सेहत पर मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार से सस्पेंस खत्म करने को कहा है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि सीएम के सेहत से जुड़ी वास्तविक स्थिति स्पष्ट की जाए। मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को मंगलवार को कहा कि वो एक दिन के अंदर मुख्यमंत्री जयललिता की सेहत को सारी कन्फ्यूजन दूर करे। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि जयललिता की हेल्थ रिपोर्ट जारी होने से लोगों की चिंताएं कम होंगी।
राज्य सरकार का वकील बुधवार को जयललिता की सेहत को लेकर मद्रास हाई कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगा। हाई कोर्ट में एक सामाजिक कार्यकर्ता रामास्वामी ने जनहित याचिका दायर की थी और कोर्ट से कहा था कि तमिलनाडु के लोग जानना चाहते हैं कि जयललिता का स्वास्थ्य कैसा है।
अपोलो अस्पताल ने 22 सितंबर को भर्ती किए जाने के बाद से रविवार को पहली बार बताया था कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता का इंफेक्शन के लिए इलाज किया जा रहा है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी के लिए ट्रैफिक रामास्वामी ने मद्रास हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी। रामास्वामी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इस याचिका में मीटिंग की फोटो जारी करने की मांग भी की गई है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों और अधिकारियों के साथ अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान ही यह बैठक ली है।
उन्होंने याचिका में कहा है कि तमिलनाडु के लोग जानना चाहते हैं कि जयललिता का स्वास्थ्य कैसा है। यह देखते हुए कि राज्यपाल सी विद्यासागर राव और केंद्रीय मंत्री पी राधकृष्णन अस्पताल गये थे। गौरतलब है कि बुखार और डीहाइड्रेशन की शिकायत पर जयललिता को 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें देखने के लिए ब्रिटिश डॉक्टरों को भी बुलाया गया था।