जिस कमल नाथ को इंदिरा गांधी मानती थीं तीसरा बेटा, कांग्रेस ने बनाया मध्य प्रदेश का सीएम
सत्ता विमर्श ब्यूरो
भोपाल : लंबी माथापच्ची के बाद मध्यप्रदेश में कमल नाथ जिसे इंदिरा गांधी अपना तीसरा बेटा मानती थी, को कांग्रेस पार्टी ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में हुई बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। उसके बाद भोपाल में विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुन लिया गया। कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई। इससे पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में बैठक के बाद दोनों नेताओं के साथ एक तस्वीर ट्वीट कर एक संदेश देने की कोशिश की थी। इसमें कमलनाथ और सिंधिया दोनों मौजूद थे। साथ ही राहुल ने लियो टॉलस्टॉय का एक वाक्य भी लिखा, 'समय और धैर्य, दो ताकतवर योद्धा।'
चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आने के बाद से ही मुख्यमंत्री के नाम को लेकर मंगलवार शाम से माथपच्ची शुरू हो गई थी। पहले भोपाल में पर्यवेक्षक के साथ लंबी बात हुई, उसके बाद दोनों नेताओं को दिल्ली बुला लिया गया। गुरुवार को दिल्ली में राहुल गांधी के साथ बैठक में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक की। बैठक में राहुल गांधी ने सीएम पद को लेकर सहमति बनाई। हालांकि बैठक के बाद राहुल के घर से बाहर आए कमलनाथ और सिंधिया ने कहा कि सीएम के नाम का ऐलान भोपाल में देर रात में होगा।
कौन हैं मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ
नौ बार सांसद, केंद्रीय मंत्री के रूप में संसदीय कार्य, शहरी विकास जैसे अहम विभाग संभालने वाले 72 साल के कमलनाथ अभी 8 महीने पहले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए थे। कमलनाथ को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अपना तीसरा बेटा मानती थीं। 1979 में मोरारजी देसाई की सरकार से मुकाबले में इंदिरा के मददगार कमलनाथ अब 39 साल बाद उनके पोते और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए भी दमदार साबित हुए हैं। लोकसभा में छिंदवाड़ा से नौ बार नुमाइंदगी कर चुके कमलनाथ के लिए एक बार इंदिरा गांधी भी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार करने गईं थीं। इंदिरा ने तब मतदाताओं से चुनावी सभा में कहा था कि कमलनाथ उनके तीसरे बेटे हैं, कृपया उन्हें वोट दीजिए।
कमलनाथ का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम महेंद्रनाथ और माता का नाम लीला है। कमलनाथ देहरादून स्थित दून स्कूल के छात्र रहे हैं। राजनीति में आने से पहले उन्होंने सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता से स्नातक किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह राहुल गांधी ने कमलनाथ को इस साल मध्य प्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष बनाया। कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश पचौरी जैसे प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं को एक साथ लाने का काम किया।