रामायण म्यूजियम कटियार के लिए लॉलीपॉप तो वरुण बोले- मैं इससे दूर
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ: अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले भाजपा सांसद विनय कटियार के निशाने पर इस बार अपनी पार्टी का एजेंडा ही हैं। उन्होंने अयोध्या में रामायण म्यूजियम की बात को सिरे से नकारा है। उन्होंने इस तरह के किसी भी संग्रहालय को महज लॉलीपॉप करार दिया है। वहीं युवा नेता वरुण गांधी ने इस मसले पर पूछे गए सवाल को ये कह कर टाल दिया कि वो इन सबसे दूर हैं। खास बात ये है कि फिलहाल भाजपा राम के नाम पर उत्तर प्रदेश में सियासी दांव लगाने को तैयार बैठी है तो वहीं उसके अपने इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते।
केंद्र सरकार की ओर से अयोध्या में भगवान राम और रामायण से जुड़े चरित्रों पर शोध केंद्र और अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय बनाए जाने का ऐलान किया गया है। वहीं यूपी की अखिलेश यादव सरकार ने भी अयोध्या में रामलीला थीम पार्क बनाने की घोषणा की है। इसी संदर्भ में कटियार ने कहा कि अयोध्या में पार्कों की होड़ मची है, अयोध्या का विकास हो रहा है अच्छी बात है, इसका स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन जब तक राम की जन्मभूमि पर राम का मंदिर नहीं बनता, इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है।
कटियार ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए सभी दलों को एकजुट होना चाहिए। मंदिर निर्माण के लिए तीनों विकल्प- बातचीत से, कोर्ट के फैसले से या संसद में कानून बनाकर प्रयास करना चाहिए। कटियार ने कहा कि वे इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह करेंगे कि तीनों विकल्पों में से किसी के भी जरिए मंदिर का निर्माण कराया जाए।
दूसरी ओर सुल्तानपुर में गरीब ग्रामीणों को 28 मकानों का उपहार देने पहुंचे वरुण गांधी से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने किसी भी टिप्पणी से इनकार किया। फिर कहा कि- मैं गांव- गरीब की राजनीति करता हूं इन विषयों पे मुझे कुछ नहीं बोलना। स्पष्ट है कि उप्र में भाजपा के लिए अपने ही नेताओं को मनाना भारी पड़ रहा है और आने वाला समय उसके लिए आसान नहीं होगा।