महाराष्ट्र के 10 जिलों में निकाय चुनाव के लिए वोटिंग खत्म, दो दशक बाद अलग हो भाग्य आजमा रहीं BJP-शिवसेना
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुम्बई : बृहणमुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) और पुणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (पीएमसी) समेत महाराष्ट्र के 10 नगर निकायों के लिए मंगलवार को वोट डाले गए। वहीं, दूसरे फेज की 11 जिला परिषद और 118 पंचायत समितियों के लिए भी मतदान हुआ। इन्हें महाराष्ट्र का मिनी विधानसभा चुनाव माना जा रहा है। 20 साल बाद ऐसा हो रहा है कि दो दिग्गज पार्टियां भाजपा और शिवसेना मिलकर चुनाव नहीं लड़ीं।
बीएमसी की 227 सीटों के लिए मंगलवार को ठीक साढे पांच बजे मतदान खत्म हो गया। मतदान प्रतिशत 52.17 रहा जो विगत तीन चुनावों का सर्वाधिक है। पिछली बार 50 फीसदी वोट पड़े थे। वोटिंग सुबह 7.30 बजे से शुरू हुई। वोटिंग शुरू होने के थोडी देर बाद ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में वोट डाला। गौरतलब है कि बीएमसी चुनावों में इस बार बीजेपी और शिवसेना आमने-सामने हैं।
बीएमसी का चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन टूटने के बाद दोनों दल एक दूसरे के आमने-सामने हैं। ये चुनाव प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के लिए अहं की लड़ाई है। चुनाव प्रचार के दौरान भी देखा गया कि दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ खुलकर हमला बोला। इस बीच फड़णवीस ने कहा है कि अगर पार्टी चुनाव हारी तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी और अगर वो जीते तो इसका श्रेय पार्टी को देंगे।
दूसरी ओर दो दशकों तक बीएमसी पर कब्जा जमाये बैठी शिवसेना के लिए ये चुनाव जीतना अपनी पार्टी के अस्तित्व को बनाये रखने जैसा है। क्योंकि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर भाजपा ने दर्शा दिया है कि गठबंधन में शिवसेना से बड़ा कद उसका है। वैसे इस चुनाव में कांग्रेस, एनसीपी और मनसे भी मैदान में हैं। गौरतलब है कि बीएमसी का ही वार्षिक बजट 37,000 करोड़ रुपए का है, ये कई राज्यों के कुल बजट से भी ज्यादा है।
इस चुनाव में करीब 1.95 करोड़ मतदाता दस महानगरपालिकाओं के लिए प्रतिनिधियों को चुनेंगे। वहीं 1.80 लाख से अधिक मतदाता जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त के मुताबिक कुल 3.77 करोड़ मतदाता 17,331 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि महानगरपालिकाओं के 1,268 सीटों के लिए 9,208 चुनावी मैदान में हैं।