त्रिपुरा में भाजपा का बजा डंका, नागालैंड और मेघालय में त्रिशंकु सरकार के आसार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अगरतला/शिलांग/कोहिमा : पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में विधानसभा की तस्वीर साफ हो गई है। त्रिपुरा में अपने दम पर भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है वहीं नागालैंड को लेकर स्थिति साफ नहीं है, क्योंकि यहां भी स्पष्ट बहुमत किसी को नहीं मिला है। मेघालय में त्रिशंकु सरकार के आसार साफ नजर आ रहें हैं। कांग्रेस भले ही बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो लेकिन यहां भी भाजपा अपने सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी के साथ सरकार बना सकती है । भारत के 65 साल के चुनावी इतिहास में यह पहली हुआ है कि वाम दलों और भाजपा की सीधी टक्कर हुई है। राज्य में माकपा ने 56 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, वहीं भाजपा ने अपने 50 उम्मीदवारों पर दांव लगाया था। तस्वीर रुझानों के मुताबिक, त्रिपुरा में भाजपा, माकपा को पछाड़ बहुमत के आंकड़े की तरफ बढ़ गई है। अब तक के रूझानों में मेघालय में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी तो बन रही है लेकिन सत्ता से शायद भाजपा NPP संग मिलकर उसे दूर ही रखे। वहीं नगालैंड में भाजपा गठबंधन आगे चल रही है। इन तीनों ही राज्यों में 60-60 सीटें हैं लेकिन 59-59 सीटों पर चुनाव हुए हैं।
त्रिपुरा में भाजपा का दिखा दम
त्रिपुरा की 59 सीटों में से 35 भाजपा, 16 माकपा और 8 आईपीएफटी के के पाले में गई हैं। यहां कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।जैसा कि रुझानों में स्पष्ट था कि लेफ्ट की जगह यहां राइट विचारधारा की जीत होगी वैसा ही हुआ। यहां भाजपा और माकपा के बीच शुरूआती दौर में कांटे का मुकाबला था लेकिन बाद में भाजपा काफी आगे निकल गई। 25 साल बाद किसी वामपंथी सरकार को भाजपा ने इस तरह की चुनौती दी है।
मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा के आसार
मेघालय के नतीजे त्रिशंकु विधानसभा की ओर इशारा कर रहें हैं। यहां कांग्रेस और नेशनल पीपुल्स पार्टी यानी एनपीपी के बीच मुकाबला था। शुरूआत में कांग्रेस काफी आगे दिख रही थी लेकिन बाद में तस्वीर बदल गई। चुनाव आयोग की साइट पर जारी परिणामों में कांग्रेस 21 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है। वहीं दूसरे नंबर पर NPP है जिसने 19 सीटें अपने नाम की है। यहां भाजपा ने 2 सीटें जीत ली है। अगर कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता है तो एनपीपी भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना सकती है। निर्दलीय के खाते में 3 सीटें गई हैं। यूडीएफ को 6 और पीडीएफ को 4 सीटें मिली है। अन्य के खाते में 4 सीटें गई हैं।
नगालैंड में भी डगर नहीं आसान
नगालैंड में नागा पीपुल्स फ्रंट ने कुल 27 सीटें जीती हैं। भाजपा गठबंधन दूसरे नंबर पर है। भाजपा के खाते में 12 सीटें गई हैं वहीं इस गठबंधन में शामिल एनडीपीपी ने 16 पर कब्जा जमाया है। एनपीपी ने 2 सीट पर जीत हासिल की है वहीं जदयू को एक पर संतोष करना पड़ा है। यहां पर सबसे बड़ा झटका कांग्रेस को लगा है जो अपना खाता तक नहीं खोल पाई।
पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को मतगणना शुरू हुई। त्रिपुरा में 18 फरवरी को और नगालैंड तथा मेघालय में 27 फरवरी को चुनाव कराए गए थे। एक्जिट पोल के नतीजों में साफ था कि तीनों राज्यों में इस बार भाजपा एक बड़ी ताकत के रूप में उभरेगी। दो एक्जिट पोल में कहा गया था कि त्रिपुरा में भाजपा सत्तासीन होगी जहां पिछले 25 साल से वाम मोर्चे की सरकार है।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक तीनों राज्यों में मतगणना सुबह 8.00 बजे शुरू हुई। तीनों ही राज्यों में भाजपा का डंका बजा है और वो ड्राइविंग सीट पर बैठी नजर आ रही है। तीन राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं, लेकिन तीनों में राज्यों में 59-59 सीटों पर मतदान हुआ। मेघालय में कांग्रेस पार्टी की पिछले 10 साल से सरकार थी। वहीं नागालैंड में नागा पीपुल्स फ्रंट (एनएफपी) भी 2003 से सत्ता में थी जबकि त्रिपुरा में पिछले 25 साल से माणिक सरकार के नेतृत्व में माकपा की सरकार थी।